चश्मा या कॉटेक्ट लैंस! विशेषज्ञों के अनुसार जानें कौन सा विकल्प है बेहतर
ख़ुदा बचाए तेरी मस्त मस्त आँखों से, फ़रिश्ता हो तो बहक जाए आदमी क्या है… लेकिन इन्हीं मस्त मस्त आंखों पर चश्मा चढ़ा हो तो आंखों से दिल का हाल बयां करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में लोग चश्मे के झंझट से दूर भागते हैं। लेकिन नजरें कमजाेर होने की समस्या उन्हें हर वक्त…
