गठिया एक पुरानी बीमारी है, जो जोड़ों में सूजन या अकड़न की वजह से होती है। आर्थराइटिस यानी गठिया की बीमारी से मरीजों को जोड़ों में बेहिसाब दर्द झेलना पड़ता है। भारत में लाखों लोग हैं, जो इस बीमारी से जूझ रहे हैं कुछ ऐसीजड़ी-बूटियां हैं, जो दर्द को कम करने और रोग को काबू में करने में मदद करती हैं उनमे से एक है हल्दी। गठिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली जोड़ों पर हमला करती है, जिससे गंभीर दर्द और परेशानी होती है।
सुबह खाली पेट लें एक इंच कच्ची हल्दी
हल्दी का इस्तेमाल अर्थराइटिस की समस्या को ठीक करने में मदद करता है। हल्दी दर्द और सूजन को कम करता है। हल्दी पाउडर एक ऐसी सामग्री है जो हर भारतीय रसोई में सबसे अधिक पाई जाती है। हल्दी जोड़ों में सूजन और दर्द को कम करती है। सुबह हल्दी वाली चाय पिएं और सप्लीमेंट के रूप में सेवन करें। रोजाना सुबह खाली पेट एक इंच कच्ची हल्दी की जड़ गुड़ के साथ लें और सोने से पहले अपने दूध में हल्दी मिलाकर पीएं।
दर्द वाली जगह पर लगाएं हल्दी का पेस्ट
अर्थराइटिस की समस्या युवाओं और बुजुर्गों में भी बढ़ता जा रहा है। अर्थराइटिस के कारण होने वाला दर्द हल्दी में करक्यूमिन नामक एक तत्व होता है । हल्दी का इस्तेमाल अर्थराइटिस के मरीजों के जोड़ों के लिए भी अच्छा होता है। हल्दी का पेस्ट बनाकर दर्द वाले जगह पर लगाने से राहत मिलती है। अर्थराइटिस के कारण होने वाले दर्द को कम करता है। हल्दी पाउडर में करक्यूमिन नाम का एक रासायनिक यौगिक होता है जो हल्दी को उसका पीला रंग प्रदान करता है।