गार्डनिंग करने वालों के लिए बैंगन के पौधे उगाना पहली पसंद होता है। वहीं इन पौधों पर फल न आना या फल बनने से पहले ही फूल का टूटना या फिर पौधों की कम ग्रोथ होना भी आम समस्या बनी हुई है। लेकिन अब यह समस्या आपके आगे नहीं आएगी।
इस लेख में हम आपको बैंगन के पौधे से ज्यादा से ज्यादा बैंगन लेने का तरीका बताएंगे। इस लेख में हम आपको दो ऐसी चीजों के बारे में बताएंगे जिन्हें डालने से पौधे पर अनगिनत फूल आएगा और बैंगन मिलेंगे।
क्या आती है समस्या:
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- पौधे पर फल मक्खियां का अटैक होता है। जिससे फ्रूटिंग को नुकसान होता है।
- पत्ती खाने वाले कीड़े पत्तों को खाकर पौधे को नुकसान पहुंचाते हैं।
- पौधों में फ्यूजेरियम विल्ट नामक रोग लग जाता है। जो पौधों की जड़ों को खराब करता है।
- पौधों पर मिली बग का अटैक होता है।
- पौधों में फल सड़न रोग लग जाता है।
बैंगन के पौधों में डालें गोबर की खाद
बैंगन के पौधों के लिए गोबर की खाद सबसे उत्तम खाद होती है। पौधा लगाने के 15 दिनों बाद ही पौधों में गाेबर की खाद डालें। लेकिन याद रखें कि गोबर की खाद एक साल पुरानी पूरी तरह से सड़ी हुई होनी चाहिए। इससे पौधों का विकास तेजी से होता है। पौधों पर अच्छी फ्रूटिंग होती है। फूल गिरना बंद होते हैं। खास बात है कि गोबर की खाद आसानी से मिलने वाली खाद है।
अगर आपके पास गोबर की खाद नहीं है तो वर्मीकम्पोस्ट या किचिन कम्पोस्ट का प्रयोग करें। हर एक महीने पर एक मुठ्ठी या इससे ज्यादा गोबर की खाद पौधों में दें।
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बैंगन के पौधों में डालें ऑर्गेनिक पोटाश
बैंगन के पौधों पर अच्छी फ्रूटिंग के लिए पोटेशियम की जरूरत होती है। इसकी पूर्ति करने के लिए हमारे पास कई ऑर्गेनिक विकल्प होते हैं। अगर आप केले खाते हैं तो केले के छिलकों की खाद का प्रयोग बैंगन के पौधे में करें। अगर आप ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो बाजार से पोटाश खरीदें। महीने में एक बार इसे पौधों में डालें।
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पोटाश डालने का तरीका
- एक पौधे के लिए दो चम्मच पोटाश लें
- 300 ग्राम गोबर की सड़ी हुई खाद लें
- दोनों खादों को मिक्स करें
- पौधों की जड़ों पर डाल दें
- इसके बाद पौधे में पानी डाल दें
- प्रत्येक महीने इस खाद को पौधों में डालें
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