यातायात नियम हमारी सुरक्षा के लिए ही बनाए गए हैं। लेकिन लोगों द्वारा अपनी सुरक्षा को दरकिनार करते हुए इन नियमों को तोड़ा जाता है। देश में बहुत से उदाहरण ऐसे भी हैं जिन्हें इन नियमों को तोड़ने में ही आनंद आता है। कई बार सजा मिलने के बाद भी लोग इन नियमों की अवहेलना करते हैं। इन नियमों का पालन कराने के लिए ट्रेफिक पुलिस प्रशासन नए तरीके अपनाता है। जिसमें फूल देना, हेलमेट देना आदि शामिल है। वहीं अब मंदसौर की यातायात पुलिस ने ट्रेफिक रुल्स को तोड़ने वालों से निबंध लेखन की कार्रवाई की है। लागों को यह अनूठी पहल काफी पसंद आ रही है। निबंध लेखन के माध्यम से उन्हें नियम याद कराए जा रहे हैं। इससे पुलिस को जनता के बीच में अधिक जागरूकता पैदा करने में मदद मिल रही है।
लोगों काे कराया जा रहा है नाश्ता
निबंध लेखन के साथ ही बहुत से अनोखे तरीके भी अपनाऐ जा रहे हैं। जिनमें से एक है कि लोगों को नाश्ता भी कराया जा रहा है। यानि जो लोग भूख लगने का बहाना करते हुए निबंध नहीं लिख रहे थे उनके लिए यहां खाने की व्यवस्था भी की गई है। उन्हें तभी जाने दिया जा रहा है जब तक कि वे अपना निबंध पूरा नहीं कर लेते। बता दें कि यदि कोई व्यक्ति अच्छा निंबध नहीं लिखता है तो उनसे दोबारा भी लिखवाया जा रहा है। इस पहल को देश भर में पसंद किया जा रहा है।
अनौखी पहले के मिल रहे अच्छे परिणाम
बिना हेलमेट या बिना सीट बेल्ट लगाने वाले वाहन चालकों पर जुर्माने का कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ रहा था। इसके बाद इस पहल पर काम किया गया है। इस पहल से प्रत्येक व्यक्ति को बड़े व छोटे यातायात नियमों की जानकारी मिलेगी। इसके साथ ही लंबे समय तक रुक कर जब वे निबंध लिखेंगे तो उनका समय काफी जाएगा जिसके बाद आशा है कि वे हेलमेट और सीट बेल्ट पहनेंगे। लोगों को सड़क सुरक्षा की महत्वता को भी बताया जाएगा। बार-बार निंबंध लिखने से उन्हें सभी नियम याद रहेंगे। इस पहल को हाल ही में शुरू किया गया है। जब से नियम लागू किया गया है काफी कम संख्या में लोग बिना हेलमेट और सीट बेल्ट के निकल रहे हैं।
सात सितंबर तक चलेगा अभियान
मंदसौर यातायात थाना प्रभारी शैलेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि 7 जुलाई से 7 सितंबर तक दो माह के लिए यह यातायात जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। यह अभियान पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर चल रहा है। उम्मीद है कि इसके अच्छे परिणाम मिलेंगे और कार्रवाई आगे तक जारी रहेगी।
Bahut achcha Laga