नकली सामानों की बिक्री से बचने के लिए हम सही और असली सामन बेचने वाली दुकान की तलाश करते हैं। जिसमें हमारी कोशिश होती है कि हम अपने नाम के माध्यम से स्पष्ट करें कि यहां सबसे शुद्ध सामान मिलता है। लेकिन हम लेख में आपको बताने वाले हैं कि कुछ अजीबो गरीब वाक्या। जिसमें एक दुकानदार ने ही अपनी दुकान का नाम नकली दुकान रख लिया है और खास बात है कि ये नाम रखते ही दुकानदार की किस्मत चमक गई है। भारी संख्या में ग्राहक वहां पहुंच रहे हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आखिर इस दुकान का नाम नकली दुकान क्यों रखा गया और यहां कैसा सामान मिलता है।
नकली अग्रवाल की दुकान के नाम की असली वजह
यूपी के मुरादाबाद के बिलारी में यह दुकान है। अब यह दुकान दूर-दूर तक इसी नाम से मशहूर हो रही है। इस नाम के पीछे की वजह जानने की कोशिश की तो पता चला कि बिलारी के मोहल्ला बाजार में स्थित कृषि यंत्रों की ‘अग्रवाल कृषि यंत्र’ के नाम से पुरानी दुकान है। इसे सुरेंद्र कुमार नाम का व्यक्ति संचालित करता है। यह दुकान काफी पुरानी भी है। दूर-दूर से यहां कृषि उपकरण खरीदने के लिए लोग आते हैं। वहीं समय पहले सुरेंद्र के बड़े भाई नरेंद्र ने दूसरी दुकान खोल ली। उन्होंने भी उस दुकान का नाम अग्रवाल कृषि यंत्र रख लिया। लेकिन अब दो दुकान एक ही नाम की होने पर लोग भी परेशान होने लगे। जिसके लिए कुछ लोगों ने इसे नई अग्रवाल की दुकान कहा तो किसी ने नकली अग्रवाल की दुकान कहा। कुछ समय बाद अधिकतर लोग नकली अग्रवाल की दुकान ही कहने लगे। जिसके बाद दुकानदार ने भी इस पहचान को स्वीकार कर लिया।
दुकान में मिलता है असली सामान
बेशक इस दुकान का नाम नकली हो, लेकिन यहां सामान असली ही मिलता है। खास बात है कि जबसे दुकानदार ने इस नाम को स्वीकार किया है, अधिकतर लोग इस दुकान पर पहुंच रहे हैं व सामान खरीद रहे हैं। दुकानदार सुरेंद्र को अंदाजा भी नहीं था कि इस नाम को इस कदर पसंद किया जाएगा। उनका कहना है कि शुरू में उन्हें भी अजीब लगा, लेकिन प्रत्येक व्यक्ति इसी नाम से दुकान को पहचान रहा था तो मैंने उसी नाम को रखना उचित समझा।