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इस साल टमाटर के महंगे दामों ने सभी को परेशान कर दिया। टमाटर के तेवर देखने के बाद सभी को अपनी छत पर सब्जियां उगाने की जरूरत महसूस हुई। जिसमें खासतौर पर टमाटर की सब्जी शामिल है। ऐसे में इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे आप आसानी से अपनी छत या बाल्कनी में टमाटर की खेती कर सकते हैं। 

टमाटर उगाने के मिलेंगे कई फायदे

  • छत पर टमाटर उगाने से आर्गेनिक और जहरमुक्त टमाटर मिलेंगे
  • छत पर टमाटर उगाने से टमाटर खरीदने नहीं होंगे, बचत होगी।
  • सेहत बनी रहेगी
  • खुद से सब्जी उगाने पर शारीरिक परिश्रम भी होता है
  • खुद से सब्जी उगाने पर मानसिक संतुष्टि मिलती है। 

इन सामानों की होगी जरूरत

छत पर टमाटर उगाने के लिए सबसे पहले बीज की जरूरत होगी। इसके साथ ही 12*12 इंच के 5 से 6 ग्रो बैग की आवश्यकता होगी। अगर ग्रो बैग नहीं है तो गमले में भी आसानी से उगाया जा सकता है।
मिट्टी तैयार करने के लिए मिट्टी, वर्मी कम्पोस्ट, ऑर्गेनिक खाद, निम की खली या निम की पट्टियों की जरूरत होगी। अगर वर्मी कम्पोस्ट और निम खली नहीं है तो सामान्य मिट्‌टी के साथ ऑर्गेनिक खाद से भी काम हो सकता है। पौधों को सहारा देने के लिए लकड़कियों की जरूरत होगी। 

हाईब्रिड बीज का चुनाव जरूरी

छत पर सब्जियां उगाने के लिए हमें हाईब्रिड बीज का ही चुनाव करना चाहिए। क्योंकि अगर पहली बार खेती करते समय ही सब्जियां सही तरह से नहीं उगी तो उत्साह खत्म हो जाता है। इसलिए अच्छी किस्म ही खरीदनी चाहिए। कई ऑनलाइन साइट्स पर हाइब्रिड बीज उपलब्ध किए जा रहे हैं। 

टमाटर के बीज बोने का सही वक्त

टमाटर की खेती आसानी से साल भर में तीन बार की जा सकती है। 

  1. दिसम्बर से जनवरी
  2.  मई से जून में
  3. सितम्बर से अक्टूबर। फिलहाल सितंबर का महीना चल रहा है तो टमाटर के बीज बोने का सही वक्त है। 

ऐसे करें मिट्‌टी तैयार

सामान्य मिट्टी तैयार करने के गमले में  40% बगीचे की मिट्टी, 30% रेत और 30% जैविक खाद भरकर एक दिन के लिये धूप में रख दें। वहीं अगर आपके पास वर्मीकम्पोस्ट या कोकोपिट है तो 10 % मात्रा मिलाएं। ग्रो बैग के लिए मिट्‌टी तैयार करने के लिए 50% मिट्टी लेना है फिर 40 % वर्मी कम्पोस्ट ऑर्गेनिक खाद तथा 10 % निम की पत्ती को तोड़ कर मिट्टी और कम्पोस्ट खाद में मिला देना है। 

ऐसे करें टमाटर की बुबाई

गमले और ग्रो बैग के अंदर इस मिश्रण काे भरें।  गमले की मिट्टी को समतल कर के उसपर बीज को  1-1 इंच दूर गिरा देना है और फिर आपको ऊपर से हल्की मिट्टी छिड़क देना है। फिर पानी डाल देना है। आपको समय समय पर पानी डालते रहना है पौधा 1 से 1.5 महीने में तैयार हो जायेगा। फिलहाल यह टमाटर की सिर्फ्र पौध तैयार हुई है। इसके बाद आपको गमले से पौधे को जड़ से खुरपी के सहायता से उखाड़ लेना है फिर दूसरे गमले के बीच में 2 पौधों को 1 गमले में लगाना है । उसके बाद आपको 2 दिन तक सुबह साम हल्का हल्का पानी देना है। इस तरह टमाटर की बुवाई की प्रक्रिया पूरी हुई। 

ऐसे करें पौधे की देखभाल

  • मले को छत के ऐसे कोने में रखें जहां 6-8 घंटे तक धूप लग सके, इससे पौधे को बढ़ने में काफी मदद मिलती है।
  • गमले में नमी बनाये रखने के लिये दिन में एक बार मिट्टी पर पानी डालें।
  • गमले में लगे पौधे को कीड़ों के आंतक से बचाने के लिये नीम का कीटनाशक बनाकर छिड़काव करें।

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