अपनी महमोहक सुगंध और खूबसूरत फूलों के लिए जाना जाने वाला पारिजात का पौधा किसे पसंद नहीं है। इसे हरसिंगार भी कहा जाता है। इस पौधे पर सितंबर के अंत से लेकर सर्दियों भर फूलों की बहार रहती है।
ऐसा माना जाता है कि देव इंद्र के माध्यम से इस पौधे को स्वर्ग से जमीन पर लाया गया। यह पौधा विष्णु और लक्ष्मी को प्रिय है। अपने धार्मिक महत्व के साथ ही यह पौधा औषधीय महत्व रखता है। इस पौधे के पत्ते, जड़, तना और फूल सभी का प्रयोग दवा के तौर पर किया जाता है।
आज इस लेख में हम आपको ऐसी दो चीजें बताएंगे जिन्हें अगस्त के महीने यानि मानसून में डाल देना चाहिए। परिजात के पौधे में डालने से फूलों की वर्षा होने लगेगी।
नर्सरी वाले डालते हैं ये सीक्रेट खाद
पौधे पर अनगिनत फूलों के लिए NPK 19:19:19 या 18:18:18 का भी प्रयोग करें हैं। लेकिन याद रखें सिर्फ 1 ग्राम का ही प्रयोग करना है। आधा लीटर पानी में एक ग्राम एनपीके मिक्स करें। इसके साथ ही एक ग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश (Muriate of potash) लें। इसे पोटेशियम क्लोराइड या MOP कहा जाता है। दोनों चीजों का घोल बनाएं। पौधे के हर एक हिस्से पर स्प्रे करें। पौधे की जड़ों में डाल दें।
घर पर बनाएं पारिजात स्पेशल खाद
पारिजात पर फूल सितंबर के अंत से जनवरी तक ही खिलते हैं। लेकिन अगस्त के महीने में ही इसमें एक सीक्रेट खाद डाल देनी चाहिए। इससे पौधे पर जमकर फ्लावरिंग होगी। पौधे पर पत्तियों से ज्यादा फूल होंगे। इसके लिए आप पौधे में संतरे के छिलकों की खाद डाल दें। यह आपको अगस्त के महीने से डालना शुरू करना है। इस खाद में कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम के साथ ही विटामिन सी होता है।
हर सातवें दिन डालें ये खाद
- अगस्त के महीने में पारिजात की अधिक देखभाल करें
- पौधे को हमेशा धूप में रखें
- पानी अधिक न डालें
- पौधे में जलभराव न होने दें
- गुड़ाई करते रहे
- हर दिन पीले पत्तों को तोड़ दें
- NPK और MOP से तैयार फर्टिलाइजर को हर सातवे दिन डाले
- महीने में एक बार संतरे के छिलकों की खाद डालें
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पारिजात के फूलों का उपयोग
- पारिजात के पत्ते, फूल और छाल में कई औषधीय गुण होते हैं
- पत्तों का रस दाद, खाज और खुजली में लाभकारी होता है
- फूल भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी को प्रिय हैं, पूजा में चढ़ाएं
- इन फूलों से खूबसूरत सजावट की जा सकती है
- इसके फूलों से कपड़े पर छपाई भी की जाती है
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