Fruit gardening– फ्रूट गार्डनिंग करना लोगों को काफी मुश्किल लगता है। ज्यादातर लोग वेजिटेबल गार्डनिंग करते हैं या फिर फूलों के पौधे लगाते हैं। फ्रूट गार्डनिंग आप करना चाहते हैं तो ये बहुत आसान है। गुरुग्राम निवासी चांदनी गौतम पिछले चार सालों से फ्रूट गार्डनिंग कर रहीं हैं। आज के इस लेख में जानते हैं वो कैसे मिट्टी तैयार करती हैं, और कौन सी खाद इनमें डालती हैं।
टेरेस पर प्लास्टिक कंटेनर में फ्रूट गार्डनिंग (Fruit gardening in plastic containers on the terrace)
बहुत से लोगों के थोड़ा अटपटा लग सकता है। लेकिन चांदनी गौतम पिछले चार सालों से उसी प्रकार फलों की बेहतरीन पैदावार ले रही हैं। चांदनी के मुताबिक टेरेस पर फलदार पौधे उगाना कोई मुश्किल काम नहीं है। ये बेहद आसान है, जिसे कोई भी कर सकता है।
जैसे लोग अन्य पौधे लगाते हैं, वैसे ही फ्रूट्स प्लांटस भी लगा सकते हैं। आप बड़े कंटेनर में बड़ा पौधा लगाएं और छोटे कंटेनर में छोटा पौधा लगाएं। चांदनी ने प्लास्टिक के कंटनेरों के नीचे टायर लगवा रखें हैं, जिससे कहीं भी इनको सरकाया जा सकता है।
कंटेनर में लगाएं ये फलदार पौधे (Plant these fruit plants in containers)
प्लास्टिक के कंटेनर में फ्रूट गार्नडिंग करना लोगों को मुश्किल तो लगता है। लोगों का सोचना है कि कम संख्या में फल मिलेंगे, तो मेहनत करने का क्या फायदा। लेकिन चांदनी गौतम ने हटकर सोचा है। उनकी सोच है कि भले ही फल कम मिलें, लेकिन अच्छे और हेल्दी मिलेंगे। इन फलों को खाकर आपको फायदा मिलेगा। चांदनी गौतम के अनुसार एक बार फ्रूट गार्डनिंग में किस्मत आपको आजमानी चाहिए।
चांदनी ने छत पर संतरा, चीकू, सिंदूरी आम, केसरी आम, आड़ू, अमरूद, मौसम्बी आदि लगा रखें हैं। अगर आप भी फ्रूट गार्डनिंग की शुरूआत करना चाह रहे हैं, तो अमरूद पहले लगाएं। अमरूद बहुत जल्दी लगता है और फल देना शुरु कर देता है। आपके नीचे जमीन में पपीता भी लगा सकते हैं। इसके साथ आम भी मिट्टी में जल्दी जम जाता है।
फ्रूट गार्डनिंग के लिए ऐसे करें मिट्टी तैयार (Prepare soil for fruit gardening like this)
आप जब टेरेस पर गार्डनिंग करते हैं, तो आपको मिट्टी का बेहद कम यूज करना होता है। आपको बिल्कुल हल्की और हेल्दी मिट्टी का इस्तेमाल करना होगा। ऐसे में किचिन वेस्ट को आप यूज करें। किचिन वेस्ट आपके पौधों के लिए बहुत जरुरी है। आप पत्ती खाद इसमेंं डालें।
चांदनी गौतम का कहना है कि वो किचिन वेस्ट ,पेपर वेस्ट और पत्ती खाद में थोड़ी सी मिट्टी डालकर कंटेनर में रेस्ट के लिए छोड़ती हैं। 15 दिनों के आप कंटेनर को ढ़क कर छोड़ दें और उसके बाद इसमें पौधा लगाएं। आप जब इस प्रकार से मिट्टी तैयार करके पौधे लगाते हैं, तो खाद देने की जरुरत नहीं पड़ती है।
फ्रूट गार्डन में अपने आप आते हैं पॉलिनेटर्स (Pollinators come automatically to the fruit gardener)
बागवानों के सामने पॉलिनेटर्स को बुलाना चुनौती बन जाता है। बहुत बार हैंड पॉलिनेशन फूलों का करवाना पड़ता है। चांदनी गौतम का कहना है कि उनके सामने ऐसी समस्या कभी नहीं आई। पौधों पर जब फ्लावरिंग शुरु होती है, तब मधुमक्खी आनी शुरु हो जाती है। आपको पॉलिनेटर्स को आकर्षित करना है, तो आप बीच-बीच में मैरी गोल्ड जैसे फूलों वाले पौधे लगाएं।
फ्रूट गार्डनिंग के लिए टिप्स और ट्रिक्स (Tips and Tricks for Fruit Gardening)
- आप सूखे पत्तों की खाद, किचिन वेस्ट, पेपर वेस्ट से मिट्टी तैयार करें।
- इस प्रकार मिट्टी तैयार करने पर पौधों में खाद की जरुरत नहीं पड़ती है।
- फलदार पौधों के लिए आप थोड़े बड़े कंटनेर का चुनाव करें।
- सर्दी में इनको कम पानी दें, लेकिन गर्मी में दोनों टाइम वाटरिंग जरुरी है।
- ग्राफ्टिड प्लांट आपको खरीदने हैं।
- आप खाद की जगह किचिन वेस्ट इनमें डाल सकते हैं।
- फलदार पौधे वाले कंटेनर में आप सब्जियों के पौधे भी लगा सकते हैं।
- आप लहसुन, प्याज, पत्तेदार सब्जी आदि आसानी से ग्रो कर सकते हैं।
वीडियो में देंखे चांदनी का फ्रूट गार्डन
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