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करिश्मा, चमत्कार या विज्ञान…लेकिन यह विज्ञान ही है। दरअसल इन दिनों आलू के पौधों पर टमाटर लगने की खबर तेजी से फैली। जिसने भी सुना है सभी हैरान रह गए हैं। वास्तव में देखने पर ये आलू के पौधे सभी को आश्चर्यचकित कर रहे हैं। क्योंकि मिट्टी के नीचे आलू लगा हुआ। पौधा बिल्कुल आलू के पौधे के तरह है। लेकिन इस पर टमाटर आ रहे हैं। जब किसान ने इन टमाटरों का खाया व सब्जी बनाई तो इनका स्वाद भी बिल्कुल टमाटर की तरह ही है।
लोगों के लिए ये सूचना किसी चमत्कार से कम नहीं थी। न ऐसा कभी देखा गया न ऐसा कभी सुना गया। लेकिन वास्तव में यह कोई चमत्कार नहीं विज्ञान है। इस लेख में हम आपको बताएंगे आलू के पौधे पर टमाटर लगने का राज क्या है।
ये है पोमेटो
कृषि विशेषज्ञों ने बताया है आलू के पौधे पर टमाटर लगना चमत्कार नहीं विज्ञान है। यह पोमेटो है। यह टमेटो और पटेटो(Tomato and Potato) से मिलकर बना है। आलू पर लगने वाले टमाटरों का स्वाद व आकार टमाटर की तरह ही होता है। वहीं आलू भी बिल्कुल सामान्य लगता है। वाराणसी में भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान (आईआईवीआर) द्वारा किए गए अध्ययन के बाद यह संभव हो रहा है। अब आलू और टमाटर एक ही पौधे पर उगाए जा सकते हैं। इस विधि को “पोमेटो” का नाम दिया गया है। कम जगह व कम लागत में आलू व टमाटर की गुणवत्ता और मात्रा को बढ़ाने के प्रयास में आईआईवीआर वैज्ञानिकों ने इसे विकसित किया है। कई साल पहले इस पर सफल अध्ययन हुआ।
दो से तीन फसलें उगेंगी एक साथ
दरअसल पोमेटो पौधे की खेती ग्राफ्टिंग प्रक्रिया का उपयोग करके की जा सकती है। यह ऐसी विधि है जिसमें दो या तीन फसलों को एक साथ उगाया जाता है। पहली बार इस विधि का जर्मनी 1977 में आविष्कार किया गया था। वाराणसी में स्थित भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान (आईआईवीआर), ने टमाटर उगाने की विधि का आविष्कार किया है। हालांकि चरखी दादरी में किसान के आलू के पौधे पर टमाटर आने का कारण ग्राफ्टिंग नहीं है। कृषि विशेषज्ञ डा. चंद्रभान ने बताया कि कई बार टमाटर के बीज आलू के साथ सर्वाइव कर जाते हैं। ऐसे में यह बीज सर्वाइव किया है। दोनों ही सोलानेसी (नाइटशेड) परिवार में सोलनम जीनस के सदस्य हैं।
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जल्द उगेंगे टमाटर के साथ बैंगन
आलू और टमाटर की तरह ही बैंगन भी सोलानेसी (नाइटशेड) परिवार में सोलनम जीनस के सदस्य है। जिसकी वजह से टमाटर के साथ बैंगन भी उगाए जा सकेंगे। इन्हें ब्रिमाटो कहा जाएगा। जिस प्रकार टमाटर के पौधे पर बैंगन का उत्पादन किया जाता है, उसी प्रकार ब्रिमेटो को भी इसी विधि से उगाया जाता है। इस पर शोध हो चुके हैं। इसके साथ ही आप चाहें तो टमाटर, बैंगन और आलू एक साथ उगा सकते हैं। पौधे में बस टमाटर या बैंगन की तीसरी परत जोड़ी जाती है।इससे एक साथ आलू, टमाटर और बैंगन का उत्पादन संभव है।
किसान रह गए हैरान
हाल ही में हरियाणा के चरखी दादरी के गांव रानीला बास के खेतों में पोमैटो उगे तो वह हैरान रह गया। किसान ओमकार ने करीब ढ़ाई एकड़ खेत में आलू की फसल उगाई है। किसान का कहना है उसने घर पर ही बीज तैयार किया था। आलू की फसल लगभग तैयार भी हो चुकी है। किसान ने बताया कि जब उसने उपर से पौधों को काटकर वहां से हटाने की सोची थी। किसान ने पौधों की कटाई शुरू की तो उसने आलू के इन पौधों के ऊपर गुच्छों में टमाटर लगे देखे। जैसे ही किसान ने सभी को यह सूचना दी तो अन्य किसान भी खेत में पहुंचे। किसानों ने टमाटर तोड़कर स्वाद भी चखा। पौधों को बारिकी से देखा तो पौधों के नीचे आलू भी मौजूद हैं वहीं ऊपर टमाटर लगे हुए है।
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