WhatsApp Group
Join Now
अब खेती सिर्फ अनपढ़ लोगों का ही काम नहीं रहा है। किसान की परिभाषाएं बदलने लगी हैं। बीटैक और एमटैक करने वाले युवा भी खेती में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। बहुत से देशवासी नौकरी छोड़कर किसान बनना पसंद कर रहे हैं। अब खेती कैरियर की लिस्ट में शामिल होता जा रहा है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के जांजगीर चाम्पा जिले के एक किसान ने इंजीनियर की नौकरी छोड़ खेती में कदम रखा है। खास बात है किसान अमित तिवारी गांव में ही अपनी चार एकड़ जमीन पर सब्जियों की खेती कर रहे हैं। जिले के बागवानी विभाग की मदद से अमित सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर खेती के काम को और भी बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।
विभिन्न योजनाओं का ले रहे हैं लाभ
किसान अमित ने बताया कि वह महाराष्ट्र की एक कंपनी में इंजीनियर के पद पर थे। उन्हें नौकरी में कई कमी महसूस हुईं। उन्होंने 2019 में वह नौकरी छोड़ दी। और अपने गांव वापस आ गए। गांव में अपनी जमीन का निरीक्षण कर बागवानी विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर काम शुरू कर दिया। हालांकि वह पारंपरिक खेती से हटकर कुछ करना चाहते थे। ऐसे में उन्होंने भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही खेती से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की जानकारी ली और सब्जियों की खेती शुरू की। अमित ने खेती में सब्सिडी का लाभ भी लिया है।
टपका विधि से कर रहे हैं सिंचाई
अमित ने बताया कि उन्होंने अपने खेतों में ही वाटर टैंक बनाया है। उन्होंने अपने खेत में सब्जियां लगाई हैं। जल के संरक्षण के लिए टपका सिंचाई का इस्तेमाल किया है। टपका सिंचाई से सब्जियों की बंपर पैदावार हुई है। हालांकि अमित ने बताया कि शुरु के दिनों में कई समस्याओं का भी सामना करना पड़ा। लेकिन लगातार प्रयास करते रहने से फसल की अच्छी पैदावार हुई। लगातार 3 वर्षों के प्रयास से अच्छी आमदनी शुरु हुई। किसान ने बताया कि वे अपनी खेती में सिर्फ जैविक खाद का ही इस्तेमाल कर रहे हैं।
read also: सिंदूर की खेती में रुचि दिखा रहे हैं किसान, जानें कैसे बनता है प्राकृतिक सिंदूर
WhatsApp Group
Join Now