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अजीबो गरीब, अनोखा, अप्रत्याशित, आश्चर्यजनक, अद्भुत, विचित्र, विलक्षण, अलबेला और अलौकिक कोई चरित्र इस दुनिया में है तो वो है ‘भारतीय सास’। जितना भी सास के गुणों का व्याख्यान किया जाए वो कम है। कलयुग के समय भी इनके पास दैवीय शक्तियां है। जिनका यह समय-समय पर इस्तेमाल करती हैं।

चूंकि भारतीय संस्कृति की अपनी खास परंपराएं हैं तो उसी तरह दुनिया की अन्य सासू मां से अपने देश की सास पूर्णत विचित्र है। इनके अनौखे गुण ही इन्हें विदेशी सासों से यूनीक बनाते हैं। आज इस लेख में हम आपको इनके इन्हीं गुणों से वाकिफ कराएंगे।

हालांकि सास नाम के प्राणी को अपनी तारीफें बेहद पसंद हैं लेकिन इनके अनौखे गुणों का व्याख्यान किया जाए इन्हें बिल्कुल मंजूर नहीं। इसलिए यदि कोई सास इस लेख को पढ़ रही है तो वह अपनी सास की तस्वीर सोचकर ही आगे बढ़े। जानिए सास के अनौखे गुण….

जी मम्मी जी शब्द से करती हैं प्यार

सास नाम के प्राणी को जी मम्मी जी शब्द बेहद प्रिय है। जो बहु इन्हें हर समय जी मम्मी जी कहकर पुकारती है ये उसे अपनी विशेष फेवरेट लिस्ट में जगह देती हैं। यह बहु को रोबोट से ज्यादा Artificial Intelliegence बनाना चाहती हैं। क्योंकि इनके सोचने से पहले ही बहु को काम करना आना चाहिए।

सास की होती है 1008 पन्नों की विशेष नियमावली

इनके पास 1008 पन्नों की विशेष नियमावली है। जिसके कुछ नियम आपके सामने पेश किए जा रहे हैं-

  • सब्जी से बनाने से पहले इनसे पूछें
  • कहीं जाने से पहले अनुमति लें
  • कपड़े इनकी पसंद से पहनेंं
  • सिर ढक कर रखें
  • आंखें नीची करके ही बात करें
  • अपने मां बाप से मिलने से पहले भी इनसे पूछें
  • ससुराल की कोई भी बात मायके में न बताएं
  • मायके की हर बात इनको जरूर बताएं
  • इनके सामने मुस्कराते रहें
  • इनके सामने ऊंची आवाज में बातें न करें
  • इनके बेटे की सेवा में लगी रहें
  • सोने से पहले इनके पैर दबाएं
  • इनके सामने खाली न बैठे रहे
  • घर में सफाई करते रहें

यूनिवर्स में सिर्फ एक ही दुश्मन

 

यूनिवर्स में इनका सिर्फ एक ही दुश्मन है जिसे यह बैंड बाजों के साथ लेकर आती हैं। उस प्राणी का नाम है बहु। इस प्राणी से इन्हें सख्त नफरत होती है। अपने आस पास भी इसका भटकना मंजूर नहीं करती हैं। यह किटी पार्टी कर सकती हैं, बहुओं पर यह शोभा नहीं देता। इनकी दुश्मनी इस हद तक होती है कि यदि बेटे के सिर में दर्द है तो यह बहु को उनकी सेवा में लगा देती हैं वहीं अगर बहु के सिर में या पेट में दर्द है तो यह एक बार पूछती तक नहीं। अपनी मीठी जुबान से यह साबित कर देेती है कि सिर दर्द काम से बचने का बहाना है।

बहुओं को चरणों में झुकाना होता है लक्ष्य

यह सास नाम का प्राणी बेटे के लिए नहीं बल्कि अपने लिए लंबी बहु की तलाश करता है।  जिसके पीछे का राज आश्चर्यचकित कर देने वाला है। क्योंकि लंबी बहू को चरणों में झुकाना इनके जीवन का लक्ष्य है। छोटी हाइट में बहु झुके तो इन्हें आनंद की प्राप्ति नहीं होती है। जो आनंद लंबी बहु को चरणों में गिरता हुआ देखना है वो और कहीं नहीं।

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इस दिन होती है स्वर्ग की अनुभूति

इनका यह गुण बिल्कुल भी विचित्र नहीं है। जब भी बेटे द्वारा बहु को सुनाया जाता है तो इनके कानों में मधुर राग गूंजने लगते हैं। जितना तेज स्वर में बेटा डांटेगा इन्हें स्वर्ग की अनुभूति होने लगेगी। इन क्षणों का यह प्राणी बेसब्री से इंतजार करता है। वहीं जब बहु की ऊंची आवाज निकल आए तो यह मृत्यु की प्राप्ति की मांग करती हैं। कहती हैं हे प्रभु! यह दिन दिखाने से पहले मुझे उठा क्यों नहीं लिया।

ब्रह्मास्त्र का भी करती हैं इस्तेमाल

यह प्राणी बेटे की प्राप्ति नाम की तपस्या करता है। जिसमें सफल होने पर ईश्वर से इसे ब्रहास्त्र की प्राप्ति हो जाती है। जिसका यह अपनी आवश्यकतानुसार कभी भी प्रयोग कर सकता है। इसका इस्तेमाल अधिकतर उस समय किया जाता है जब बहू अपने मायके जाने की तैयारी कर रही होती है। उस दौरान तेज सिर दर्द, पेट दर्द, बुखार, बीपी हाई, घुटनों में दर्द जैसे सामान्य अस्त्रों का इस्तेमाल किया जाता है। अगर यह सभी फेल हो जाते हैं तो खुद के बुजुर्ग होने, बीमार बुढिया होने जैसे ब्रह्मास्त्र इस्तेमाल किए जाते हैं। सास बोरियत मिटाने के लिए कई बार घर में राउंड पर निकलती है। कोई भी कमी नजर आने पर पूरी पटकथा तैयार करती है। उसके बाद ही झगड़ती है।

Dual or split personality

इस प्राणी की दोहरी शख्सियत है। यानि यह व्यक्ति विशेष और समय के अनुसार अपनी पर्सनैलिटी बदलता रहता है। इसके कुछ उदाहरण आपके सामने हैं

  1. बेटी पर वेस्टर्न तो बहु पर पारंपरिक परिधान करती हैं पसंद
  2. बेटी ससुराल में करे राज और खुद की बहु को सेविका बनाना पसंद
  3. बेटे के पीछे बहु को सुनाती है खरी खोटी और आगे लुटाती हैं प्यार
  4. शादीशुदा बेटी का घर में हमेशा वेलकम और बहु का मायके बार-बार जाना अनुचित
  5. बेटी से प्यार और बहु से तकरार

दैवीय शक्तियां मिलने के बाद इन तथ्यों को भूली सास

इतिहास, पुराण, उपन्यास और ग्रंथों में स्पष्ट है कि जब कि ईश्वर द्वारा किसी को भी अतिरिक्त शक्तियां प्रदान की गई है तो वह इनका सही इस्तेमाल की जगह दुरुपयोग करने लगता है। ऐसा ही सास नाम के प्राणी के साथ हुआ है। इस लेख के माध्यम से इन्हें कुछ ऐसी चीजें याद दिलाना चाहेंगे जो यह भूल चुकी हैं-

  1. आप भी कभी बहु थीं
  2. आपकी भी कोई सास थी, जिसे आपने बहुत गालियां दी हैं
  3. आपसे बढ़कर भी दुनिया में कई चरित्र हैं जैसे गुरु, माता पिता।
  4. बहु भी किसी की बेटी है
  5. आपका बेटा भी किसी का जमाई है

Note: कृपया ध्यान दें। इस लेख में कुछ बहुओं के अनुभवों को व्यग्यात्मक रुप में लिखा गया है। यह किसी व्यक्ति विशेष के चरित्र का वर्णन नहीं करता है। हालांकि कुछ महिलाओं द्वारा अभी भी अपनी बहुओं को प्रताडि़त किया जाता है। इस लेख के बाद उनसे उम्मीद की जा रही है कि वे अपनी गलतियों को समझें।

 

 

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