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Hibiscus Care Tips-गुड़हल का पौधा लगाना हर किसी को पसंद है। इस पौधे का वास्तु महत्व भी बहुत है। इसके लगाया जाना काफी शुभ माना जाता है। धार्मिक कार्यों में इसके फूलों का प्रयोग होता है। इसी के साथ सेहत की दृष्टि से भी इसके लाजवाब फायदे हैं। कई बार गुड़हल का प्लांट फूल देना बंद कर देता है और आपको बड़ा दुख होता है। आज के इस लेख में हम फॉस्फोरस युक्त गजब की खादों के बारे में जानकारी लेकर आए हैं, जिनका प्रयोग आपने बगीचे में कर दिया तो आपका गार्डन भी और दिल भी बिल्कुल खुश हो जाएगा।

गुड़हल में फूल नहीं आने पर डालें ये फॉस्फोरस युक्त खाद

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अगर आपके गुड़हल के प्लांट पर अच्छी संख्या में  फूल नहीं आ रहे हैं। अगर फूलों का आकार बड़ा नहीं है और फूलों का रंग भी चटक नहीं है, तो आपको पौधे में कुछ खादों को डालना होगा। पौधों को अलग-अलग मात्रा में पोषक तत्व चाहिए होते हैं।

ग्रोथ के समय अलग पोषक तत्व और फ्लावरिंग के समय अलग पोषक तत्व चाहए होते हैं। नीचे कुछ फॉस्फोरस युक्त खाद दी गई हैं, जिनका प्रयोग आप गार्डन में कर सकते हैं। फॉस्फोरस युक्त खाद जड़ों, तनों, पत्तियों, फूलों और फलों के विकास को बढ़ावा देने में मदद करती है। ये बीजों के अंकुरण और फसल की पैदावार को भी बेहतर बनाती है।

बोनमील

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बोनमील अच्छी फर्टिलाइजर है, जिसका प्रयोग आपके गार्डन को हराभरा रख सकता है। ये खाद पशुओं की कुचली हुई हड्डियों से बनी होती है। ये फॉस्फोरस का एक अच्छा स्रोत है। हड्डी की खाद धीमी गति से रिलीज होती है, इसलिए इसका उपयोग लंबे समय तक चलने वाले फॉस्फोरस उर्वरक के रूप में किया जा सकता है। आप ये गुड़हल के पौधे में डाल सकते हैं, जो फूल लाने में हेल्प करेगी।

ये भी है जरुरी- bonemeal- पौधों में सावधानी से करें बोनमील का प्रयोग

रॉक फॉस्फेट

ये भी काफी अच्छा फॉस्फोरस का स्रोत है। ये खनिज है, जिसे पीसकर खाद के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। रॉक फॉस्फेट भी धीमी गति से रिलीज होता है, लेकिन यह हड्डी की खाद से कम खर्चीला होता है। आप इसका प्रयोग पौधों में कर सकते हैं। ये बहुत आसान और सस्ता माध्यम है आपके गार्डन के लिए।

बैट गुआनो(चमगादड़ का गोबर)

ये फॉस्फोरस और नाइट्रोजन का एक अच्छा स्रोत है। बैट गुआनो एक त्वरित-रिलीज उर्वरक है, जिसे पौधे जल्दी से अवशोषित कर लेते हैं। ये चमगादड़ के गोबर से बनी खाद है, जिसमें नाइट्रोजन होता है, जो कुछ ही दिनों में पत्तियों को रंग चटक हरा कर देता है। फॉस्फोरस बीज निर्माण और फूलों की बढ़ोतरी करने में सहायक है। ये खाद दो से तीन महीने तक आपके बगीचे में पोषक तत्वों की पूर्ति करती रहती है। मिट्टी को ढ़ीला करने में भी ये सहायक होता है।

मछली की खाद

मछली की खाद का इस्तेमाल भी आप कर सकते हैं। ये फॉस्फोरस और नाइट्रोजन का काफी अच्छा माध्यम है। पौधों में फूलों की बढ़ोतरी और पत्तियों को हरा करने के लिए इन दो चीजों की ज्यादा जरुरत है।ये खाद सूखी मछली से बनी हुई होती है। ये त्वरित रिलीज उर्वरक है।

नोट

  • – पैकेट पर दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करें।
  • खाद डालने के बाद अच्छे से पौधों में वाटरिंग करें।
  • खाद का इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करें।

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