अगर कच्चा लहसुन खाने में परेशानी हो रही है तो लहसुन को शहद में मिलाकर या आग में भूनकर भी खा सकते हैं। लहसुन को सब्जी में मिलाकर या चटनी बनाकर भी खाया जा सकता है। डाइजेशन सिस्टम भी ठीक रहेगा. लहसुन को नारियल के तेल में भूनकर स्किन पर लगाने से दाद की समस्या खत्म हो जाती है।
हरी लहसुन कोलेस्ट्रॉल और ब्लड सर्कुलेशन ठीक करने में मददगार
हमारी सेहत और डाइजेशन सिस्टम के लिए हरी लहसुन बेहद फायदेमंद होती है। क्योंकि यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार होता है। साथ ही शरीर में सूजन कम करता है। सर्दी, खांसी और बुखार से शरीर को बचाने में भी सहायक है। हरे लहसुन एलिसिन नाम के एंटीऑक्सीडेंट होता है। इसका सेवन करने से स्वास्थ्य को कई सारे फायदे मिल सकते है।
हरे लहसुन का सेवन सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाता है। ब्लड सर्कुलेशन ठीक करने में हरे लहसुन गुणकारी है। लहसुन में मौजूद विटामिन सी शरीर में आयरन को एब्जार्ब करने में सहायता करता है। शरीर में सेल्स की मात्रा भी बढ़ती है। । गैस, ब्लोटिंग, अपच जैसी परेशानी नहीं होती हैं। हरी लहसुन का सेवन करने से डाइजेशन सिस्टम ठीक रहता है। हरे लहसुन में मौजूद सल्फ्यूरिक और ऑर्गेनिक एसिड युक्त एलिसिन कंपाउंड इम्यून सिस्टम को बूस्ट करके कई बीमारियों से बचाते है। इसके सेवन से संक्रमण, सूजन, दर्द, सर्दी-जुकाम और बदलते मौसम में होने वाली एलर्जी की समस्या नहीं होगी।
लहसुन की पत्तियां कोलेस्ट्रॉल लेवल को मेंटेन रखने में बेहद असरदार होती हैं क्योंकि इनमें एलिसिन नामक तत्व मौजूद होता है। जो बैड कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालता है और शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करता है।
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हरा लहसुन खाने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहेगा और आप हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे से भी बचेंगे। हरे लहसुन में मौजूद पॉली सल्फाइड कंपाउंड खून के प्रवाह को बढ़ाते हैं। हरे लहसुन में मौजूद मैग्नीशियम, फॉस्फोरस जैसे खनिज शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाते हैं। हाथ-पैरों में दर्द रहता है तो लहसुन में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट तत्व शरीर से वायु दोष को दूर करने में मदद करते हैं।