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Gram flour fertilizer-बागवानी करने वाले लोग कुछ भी नया करने से पीछे नहीं हटते है। बगीचे में पौधों को खूबसूरत दिखाने क लिए नए-नए DIY करते हैं, तो कई खादों पर एक्सपेरीमेंट करते हैं। किचिन में रखी कई चीजें हमारे बगीचे में जान फूंकने का काम करती है।

आज हम आपको एक जादूई चीज के बारे में बता रहे हैं, जिसका प्रयोग आप कीटनाशक के तौर पर भी पौधों में कर सकते हैं और खाद के रुप में भी। चलिए बिना देर किए जानते हैं कि बेसन का किस प्रकार बगीचे में प्रयोग होता है।

बेसन का बगीचे में प्रयोग

बेसन का प्रयोग किचिन में हाउसवाइफ करती है। इससे कई प्रकार के टेस्टी पकवान बनाए जाते हैं। चेहरे को सुंदर बनाने में भी बेसन का योगदान होता है। इसी के साथ ये बेसन यानि चन्ने का आटा आपके पौधों को भी चमका सकता है। जी हां आपने ऊपर सही पढ़ा है। बेसन का प्रयोग पौधों में करना काफी फायदेमंद रहता है।

बगीचे में खाद के रुप में बेसन का प्रयोग

बगीचे में बेसन का प्रयोग आप खाद के रुप में कर सकते हैं।  ये पौधों को हेल्दी रखने में सहयोग करता है। बेसन को आपको खाद के रुप में तैयार करना होगा। आपको सबसे पहले एक कप बेसन को बाल्टी में घोलना होगा। आप इसमें एक कप गुड़ और मुट्ठी भर नीम की खली मिलाएं।

तैयार मिश्रण को आपको ढ़ककर धूप में रख देना है। धूप में रखने से पहले सभी चीजों का अच्छे से मिक्स करना जरुरी है। धूप में इस घोल को दस दिनों के लिए रखें। दस दिनों बाद आपके पौधों को दोगुनी रफ्तार से बढ़ाने वाली खाद तैयार हो जाती है। आप 15-20 दिनों के अंतराल में पौधों में ये खाद डालें।

कीटनाशक के तौर पर बेसन का पौधों में प्रयोग

हमारे पौधों पर कई बार कीटों का आक्रमण हो जाता है, जो इनको खराब कर देता है। पौधों पर कीटों का बसेरा होना नार्मल बाता है। हर गार्डनर को इसका सामना करना पड़ता है। आप कीटों को भगाने के लिए भी बेसन का प्रयोग कर सकते हैं। आपको कप बेसन लेना है, लकड़ी की राख लेनी है, नीमऑयल लेना है और घोल तैयार करना है।

एक कप बेसन को ½ लकड़ी की राख, 1/4कप नीम ऑयल को दस लीटर पानी में घोलना है। इस घोल को छानकर पौधों पर स्प्रे कीजिए। ये घोल एफिड्स, सफेद मक्खी और अन्य कीटों को नियंत्रित करने में मदद करता है। आप इस घोल के छिड़काव के बाद फायदा जरुर देखेंगे।

पौधों में बेसन की खाद डालने के फायदे

  1. बेसन में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं,जो पौधों की वृद्धि और विकास के लिए जरूरी हैं।
  2. बेसन में मौजूद कई गुण पौधों से कीटों को दूर रखने में मदद करते हैं।
  3. बेसन मिट्टी में मौजूद हानिकारक सूक्ष्मजीवों को दबाता है, जिससे पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
  4. बेसन मिट्टी को ह्यूमस प्रदान करता है, जो मिट्टी की उर्वरता और जल धारण क्षमता में सुधार करता है।

बेसन का प्रयोग पौधों में करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

  • ध्यान रखें कि सीमित मात्रा और निश्चित अंतराल पर इस खाद का प्रयोग आपको पौधों में करना है।
  • ज्यादा प्रयोग करने से पत्तियां पीली हो जाएगी, क्योंकि इसमें नाइट्रोजन की अधिकता होती है।
  • बेसन गीली मिट्टी में मिलाया जाएगा तो ये कवक रोगों का कारण बन सकता है।

 

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