लौकी खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। लौकी की सब्जी या जूस से शरीर की कई तरह की बीमारियों को दूर किया जा सकता है। बता दें लौकी में फाइबर, विटामिन बी, विटामिन सी, सोडियम, आयरन, व अन्य मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते है। लौकी में पाए जाने वाले ये सभी पोषक तत्व स्वस्थ शरीर के लिए बेहद जरूरी होते हैं। लेकिन बाजार में मिलने वाली लौकी पोष्टिकता से ज्यादा केमिकल्स मौजूद हो सकते हैं जिसके सेवन करने से आप बीमार पड़ सकते हैं। दरअसल लौकी को बड़ा और सुंदर दिखाने के लिए कैमिकल लगा दिए जाते हैं। यहां तक कि एक ही दिन में लौकी को बड़ा करने के लिए लौकी में इंजेक्शन लगाए जाते हैं। ये इंजेक्शन सेहत के लिए नुकसान दायक हैं। ऐसे में बेहतर विकल्प हे कि आप इसे अपने घर में ही उगा लें।
गमले में ही लौकी उगाना संभव
लोगों को लगता है कि लौकी की बेल बड़ी होती हे तो इसे गमले में नहीं उगाया जा सकता। लेकिन ऐसा नहीं है। इसे गमले में भी उगाया जा सकता है। एक बड़े गमले या बाल्टी में आप इसे उगा सकते हैं। हालांकि आपको इसके न्यूट्रिशन्स पर ध्यान देना होगा। मिट्टी को बेहतर तैयार करना हेागा। इस लेख में हम आपको गमले में लौकी उगाने के आसान टिप्स बताएंगे।
पोषण देना: लौकी के पौधे पर ज्यादापैदावार के लिए लौकी के पौधों को नियमित रूप से पोषण दें। जैसे कि खाद, कंपोस्ट, या अन्य पोषण स्रोतों का उपयोग करें। अधिक उत्पादन के लिए कभी भी कैमिकल का प्रयोग न करें।
समय पर पानी देना: लौकी के पौधों को नियमित रूप से पानी दें। यह उन्हें सही समय पर आवश्यक नमी प्रदान करेगा और उत्तम विकास के लिए मदद करेगा।
टूजी कटिंग(पिंचिंग): इस प्रक्रिया के माध्यम से पोधे को नई शाखाओं के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसमें पौधे के आठ इंच तक बढ़ा होने पर ही मुख्य शाखा को टॉप से तोड़ देंगे। इससे पौधे पर कई और शाखाएं निकलती हैं। जिनपर अधिक लौकी आती है।
ज्यादा खुदाई न करें: पौधे के आसपास ज्यादा खुदाई न करें, क्योंकि यह पौधे के जड़ों को हानि पहुंचा सकता है और लौकी की उत्पत्ति पर असर कर सकता है।
बीजों का अच्छा चयन: उच्च गुणवत्ता वाले बीजों का चयन करें और उन्हें सही तरीके से बोने। अच्छे बीजों से ही अच्छी उत्पत्ति होगी।
इन सरल उपायों का पालन करके, आप अधिक लौकी की उत्पत्ति प्राप्त कर सकते हैं।
लौकी के फूलों में हैंड पोलिनेशन
लौकी के मेल(नर फूल)और फीमेल फ्लावर (मादा फूल) की पहचान करें।
फीमेल फ्लावर के नीचे छोटा सा फल दिखाई देगा। जिसके नीचे ऐसा फल नहीं हैं वे सभी मेल फ्लावर हैं।
पोलिनेट (pollinate) करने के लिए सबसे पहले पौधे से एक मेल फ्लावर (नर फूल) को तोड़ें।
मेल फ्लावर की पंखुड़ियों को अलग करें। इससे अब मध्य भाग (anther), जिसमें पराग होता है, वह बाहर निकल आएगा।
धीरे-धीरे फीमेल फ्लावर की पंखुड़ियों (petals) को खोलकर इसके मध्य भाग यानि (Stigma) को भी खोलें।
मेल फ्लावर के मध्य भाग (anther) को फीमेल फ्लावर के Stigma) पर टच कराएं। यह प्रक्रिया फीमेल फ्लावर को नुकसान पहुंचाए बिना पहुंचानी है।
एक मेल फ्लावर से कई फीमेल फ्लावर पोलिनेट (pollinate) हो सकते हैं।
पॉलिनेशन शाम के समय करें। क्योंकि लॉकी के फूल शाम के समय खिलते हैं। इससे प्रक्रिया आसान और सही होती है।
बेल पर नर फूलों की संख्या ज्यादा है, तो हर फीमेल फ्लावर के लिए नया नर फूल लें।
मेल फ्लावर (नर फूल) की संख्या कम होने पर एक नर फूल से 2-3 फीमेल फ्लावर को पोलिनेट करें।