ऊंगली पर नचाने वाली कहावत तो सुनी होगी आपने। क्या कभी गहराई में जाकर महसूस किया है कि आखिर ये ऊंगली पर नचाते कैसे हैं। और नचाते भी हैं तो गाना कौन सा बजता है। कुछ समय पहले तक तो अगर कोई छोटा भाई या बच्चा अपने बड़े को गलती से ऊंगली दिखाकर बात कर ले तो समझो कयामत आ गई। ऊंगली दिखाकर बात करने से मानो हमने अपने बड़े को थप्पड़ ही मार दिया हो। यानि पावर बहुत है ऊंगली में। सिर्फ इतना ही नहीं, बातों के बीच में ऊंगली कैसे करते हैं। आखिर बातों के बीच ऊंगली घुसने का स्पेस कहा से मिलता है और कौन सी ऊंगली जाती है। हालांकि जैसे ऊंगलियाें का साइज छोटा बड़ा होता है वैसे ही इनकी पावर भी। एक ऊंगली अगर नचा सकती है तो दूसरी ऊंगली जेल भी पहुंचा सकती है। क्योंकि आज के समय में गालियों की बौछारों के साथ ही लोगों द्वारा मिडिल फिंगर दिखाई जाती है। फिर यही मिडिल फिंगर आपको जेल के दर्शन कराती है। अब ये बातें ऊटपटांग लग रही होगी लेकिन सत्य हैं। चलिए इस लेख के माध्यम से ऊंगलियों की विशेष शक्तियों पर गौर करते हैं…
ऊंगली पर नचाना
वैसे भारत देश का मुहावरों के मामले में कोई मुकाबला नहीं है। इसी कैटेगरी में से ऊंगली पर नचाना मुहावरा है। वैसे तो इसका अर्थ ‘अपने वश में करना’ है। यानि अपने अनुसार काम करना। अब यह काम बॉस भी कर सकता है। पशुपालक भी पशुओं को अपनी ऊंगली पर नचा सकता है। ऐसे ही कोई भी व्यक्ति किसी को भी ऊंगली पर नचा सकता है। लेकिन अपने देश में इस मुहवारे का बेहतरीन इस्तेमाल दुनिया का अजीबोगरीब प्राणी यानि सास करती है। जिसके बेटे को उसकी बहु ऊंगली पर नचाने का काम करती है। फिलहाल तो स्थिति ऐसी है कि बहुत सी मॉडर्न बहुओं को इस मुहावरे का अर्थ भी न पता हो। लेकिन वह पूरा दिन इस मुहावरे को सुनकर इसकी आदि हो चुकी है। अब रही बात गाने की तो आप अपनी मर्जी से कोई भी गाना चलाकर उस पर नचा सकते हैं।
ऊंगली करना
ऊंगली करने का अर्थ होता है ‘किसी की गलती को बार-बार उठाना, संकेत करना‘ या फिर ‘किसी की निंदा करना’। यह काम बड़ी ही आसानी से किया जा सकता है। आप सामने वाली की किसी भी कमी को पकड़ सकते हैं। इसके बाद जैसे ही चार लोग बैठे हों उनके बीच बार-बार उस बात को कह सकते हैं। लेकिन इस मुहावरे का सही इस्तेमाल देवरानी और जेठानी के बीच में किया जाता है। जो ससुराल का आधा वक्त एक दूसरे को ऊंगली करने में निकालती है।
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ऊंगली पर जेल के दर्शन
ऊंगली पर नचाना और ऊंगली करना, ये दोनों ही काम तर्जनी ऊंगली यानि अंगूठे के पास वाली ऊंगली करती है। लेकिन जेल के दर्शन कराने का काम बीच की ऊंगली को दिया गया है। दरअसल मिडिल फिंगर का उपयोग किसी को नीचा दिखाने के लिए ही प्रयोग किया जाता है। एक महिला के खिलाफ अपमानजनक भाषा का उपयोग करना। इसके साथ ही बीच की ऊंगली दिखना यौन उत्पीड़न और उस महिला की गरिमा के मौलिक अधिकार के खिलाफ माना है। ऐसे में कोर्ट ने कई आरोपियों को 6 माह की कैद की सजा भी सुनाई है। यानि इसे अपमान के साथ यौन प्रकृति का माना है। इसलिए यह यौन उत्पीड़न के अपराध का गठन करता है। इस दौरान महिला की लज्जा भंग करने का इरादा किया जाता है। दिल्ली में ऐसे ही मामले में तीन साल की सजा भी सुनाई गई है।