बच्चों में एडोनावायरस पाए जाने के मामले बढ़े है। कोरोना के बाद लोगों में किसी भी वायरस को लेकर डर बैठा हुआ है। ऐसे में देश के कई हिस्सों में 14 साल से कम उम्र के बच्चे एडोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। पश्चिम बंगाल में इसके सबसे ज्यादा मामले आए हैं। पिछले दो महीने से इस वायरस से संक्रमित होकर 11 बच्चों की मौत हो चुकी है। एडेनोवायरस कोरोना की तरह ही हाथ मिलाने या संक्रमित के संपर्क के आने पर बेहद तेजी के साथ फैलता है।
क्या हैं एडेनोवायरस के लक्षण
एडेनोवायरस श्वसन तंत्र पर अटैक करता है। शरीर का पाचन तंत्र भी इससे प्रभावित होता है। संक्रमित होने पर नाक बहना, सीने में दर्द, बुखार, खांसी, पेट फूलना, सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्या होती है। ऐसे में लक्षण नजर आते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
किस तरह करें बचाव
इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए शरीर को आराम देना बेहद जरूरी है। डॉक्टर सबसे पहले बुखार निवारण पर काम करिता है। इस दौरान हल्का भोजन करने की सलाह दी जाती है। संक्रमित को दूसरों के संपर्क में नहीं जाने के लिए कहा जाता है। यह वायरस बदलते मौसम में ज्यादा सक्रिय होता है।