- गुड़हल भारत में काफी फेमस फूल है। इसके औषधीय गुणों के साथ धार्मिक मान्यता के लिए ये अनोखा है। गुड़हल का वैज्ञानिक नाम “हिबिस्कस रोजा-साइनेन्सिस” है। हर गार्डन में ये फूल अपनी छंटा बिखेरता है। कई रंगों में इसकी किस्में आती हैं।
गुड़हल पर आने वाले फूल मंत्रमुग्ध करने का काम करते हैं। देवी मां के चरणों में इन फूलों को चढ़ाना आनंदमय है। आपके घर में ये ब्युटीफूल सा फ्लावर है, तो ये लेख पढ़िए। गुड़हल पर फूल खिलते देखना ही बागवान को सुकुन देता है।
पत्तों के साथ खड़े गुड़हल से ज्यादा सुंदर फूलों वाला गुड़हल लगता है। इसलिए आपको एक आसान सी ट्रिक आपको बता रहे हैं। इसको आप दादी मां का नुस्खा कह सकते हैं। ये आजमाते ही आपका गुड़हल बेजोड़ फ्लावरिंग करने लगेगा।
गुड़हल के लिए दादी मां का नुस्खा (Trick to get flowers on Hibiscus)
गुड़हल पर हर साल बेहिसाब फूल चाहते हैं। तो दादी मां का नुस्खा तो अपनाना पड़ेगा। पौधे से फूल लेने की ये ट्रिक बेहद आसान है। गुड़हल ही नहीं गुलाब पर भी ये अप्लाई कर सकते हैं।
गमले से निकालें पौधा (Hibiscus Root Trimming)
- पौधा गमले के अंदर है, तो इसे बाहर निकालें।
- जुलाई या अगस्त के महीने में ऐसा करें।
- अच्छे और हल्के हाथ से अपना पौधा गमले से निकालें।
- ध्यान रहे आप रिपॉटिंग नहीं कर रहे हैं।
- आपको पौधे की रुट ट्रिमिंग करनी है।
- मेन जड़ को नहीं छेड़ना है।
- साइड में निकली अन्य जड़ों को हल्की काटें।
- रुट ट्रिमिंग के बाद पौधों को दोबारा गमले में रख दें।
- हल्का सा पानी का स्प्रे इसपर करें।
डालें ये खाद
- रुट ट्रिमिंग करने के 15 दिन बाद खाद देनी है।
- 50 ग्राम सरसों की खली का टुकड़ा लेना है।
- इसको 1 दिन पहले 1 लीटर पानी में भिगोएं।
- दूसरे दिन इस पानी को पौधे में डालें।
- पौधे के साइड में घेरा बनाकर इसे डालें।
- गर्माइश से फूल और कलियां बनेगी।
ये भी पढें-अगस्त की शुरुआत में गुड़हल में करें ये काम, सर्दियों तक देगा फूल
फिर डालें ये खाद
- सरसों की खली आपने डाल दी।
- इसको डाले 15 दिन होने के बाद दूसरी खाद दें।
- आपको दो मुट्ठी गोबर की खाद पौधे में देनी है।
- ये दोनों खाद 15-15 दिन के अंतराल में डालनी है।
- गोबर की खाद पौधे में बेहतरीन असर करेगी।
ये भी है जरुरी-Hibiscus-गुड़हल पर फूल कभी खत्म ही नहीं होगें, फ्री की ये चीज डालें
अन्य केयर टिप्स
- फ्लावरिंग का समय नहीं है, तो पौधे की कटाई करें।
- फूलों का समय भी है, तो कुछ पत्तों को जरुर हटा दें।
- पौधे के लिए धूप जरुरी है।
- नियमित रुप से इसमें पानी डालते रहें।
- कीटों का अटैक है, तो नीम ऑयल का स्प्रे करें।
ये भी है जरुरी-
मानसून में पौधों को पेस्ट अटैक से बचाएगा करेले के छिलकों का पानी
पौधों में दो किलो छाछ और दही का फर्टिलाइजर कर देगा कमाल, छत बनेगी खेत
रॉकेट की स्पीड से बढ़ेगा मनीप्लांट, नींबू के साथ डाले ये सफेद चीज