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Vermicompost: पौधों की अच्छी ग्रोथ चाहिए, अच्छी फ्लावरिंग चाहिए या अच्छी फ्रूटिंग चाहिए। इन सभी चीजों के लिए सबसे उत्तम खाद मानी जाती है वर्मीकम्पाेस्ट Vermicompost। वर्मीकम्पोस्ट को केंचुआ खाद भी बोला जाता है। पौधों के विकास के लिए यह खाद जरूरी है।  इसमें मिट्‌टी के लिए जरूरी सभी पोषक तत्व होते हैं। वर्मीकम्पोस्ट के लिए गोबर, सुखे एवं हरे पत्ते, किचिन कम्पोस्टर आदि के साथ केंचुओं को रखा जाता है। केंचुओं द्वारा इस जैविक सामग्री को खाकर प्राप्त मल ही वर्मीकम्पोस्ट होता है। 

पौधों के लिए वर्मीकम्पोस्ट के फायदे: Benefits of vermicompost for plants

  1. वर्मी कम्पोस्ट में नाइट्रोजन, पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम आदि सभी पोषक तत्व रहते हैं।
  2. इसमें विभिन्न प्रकार के सूक्ष्मजीव भी पाये जाते हैं। जो जमीन को उपजाऊ बनाते हैं। 
  3. वर्मीकम्पोस्ट मिट्‌टी की संरचना में सुधार करता है। 
  4. यह मिट्टी के pH को संतुलित करता है।
  5. मिट्टी को थोड़ा अम्लीय बनाता है।
  6. भूमि की जल धारण क्षमता को बढ़ाता है। 
  7. मिट्‌टी को दोषमुक्त बनाता है। 
  8. मिट्‌टी में वायु संचरण को बढ़ाता है। 
  9. पौधों की वृदि्ध को बढ़ावा देता है। 
  10. यह पौधों में फल और फूलों का बढ़ाता है। 

घर पर केंचुआ खाद तैयार करने का तरीका: How to prepare vermicompost at home

बाजार में बड़े स्तर पर केंचुआ खाद उपलब्ध है। लेकिन यदि आप चाहें तो इसे आसानी से अपने घर पर ही तैयार कर सकते हैं। इसे किसी गड्ढे या प्लास्टिक के कंटेनर में तैयार कर सकते हैं।

प्लास्टिक के कंटेनर में तैयार करने के लिए उसमें छेद जरूर करें। इससे खाद के अंदर की नमी नियंत्रित रहेगी। कंटेनर में सबसे पहले सूखे पत्ते या कुछ कागज, कार्डबोर्ड की दो इंच की मोटी परत बनाएं। इसके बाद गोबर या गोबर की खाद की एक परत बिछाएं। यह 4-6 इंच की परत होनी चाहिए। इसमे आप किचिन कम्पोस्ट, सूखी पत्तियां, राइस हस्क आदि भी डाल सकते हैं। अब इसमें लाल केंचुओं को डालें। ये केंचुए इन कार्बनिक पदार्थों को विघटत करने का काम करेंगे। बाजार से केंचुए खरीदे जा सकते हैं। या फिर बारिश के दिनों में आपके गार्डन में देखने को मिलेंगे। कंटेनर को ढक दें। दो से तीन महीने में कंटेनर में वर्मीकम्पोस्ट तैयार हो जाएगा। 

ध्यान रखने योग्य बातें

  1. कंटेनर में नमी बनाकर रखें। 
  2. खाद को अधिक गीला न करें, अन्यथा केंचुए मर जाएंगे। 
  3. कंटेनर को धूप में न रखें। इससे केंचुए मर सकते हैं। 
  4. कंटेनर को बीच बीच में खोलते रहें। 

पौधों को वर्मीकम्पोस्ट देने का तरीका: Method of giving vermicompost to plants

मिट्‌टी तैयार करते समय गमले में 10 से 20 फीसदी वर्मीकम्पोस्ट मिलाई जाती है। इसके अलावा समय-समय पर गमले के ऊपरी परत पर वर्मीकम्पोस्ट की लेयर बनाई जा सकती है। इसके अलावा वर्मीकम्पोस्ट टी बनाकर पौधों को देंं। इसके लिए वर्मीकम्पोस्ट की कुछ मात्रा गुड़ के साथ पानी में भिगोए। इसे एक रात ऐसे ही रहने दें। अगले दिन छान कर पौधों में डालें। इसे पौधों पर स्प्रे भी किया जा सकता हे। 

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