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Brinjal care-गर्मियों का मौसम सब्जियों की पैदावार के लिए बहुत अच्छा है। इस मौसम में कई लोग अपने घर पर ही सब्जियों की अच्छी पैदावार लेते हैं। किचिन गार्डनिंग में सब्जियां उगाना आम है। काफी अच्छे से केयर के बाद आपको घर के लिए आर्गेनिक सब्जियां मिल जाती है।

आपने घर में बैंगन का पौधा उगा रहा है और उसे कीड़े खराब कर रहे हैं, तो हम आपको कुछ सुझाव देने वाले हैं। इस आर्टिकल में बैंगन को कौन से कीड़े प्रभावित करते हैं, उनकी रोकथाम के लिए क्या तरीका अपनाएं इस टॉपिक पर बात करेंगे।

बैंगन के पौधे पर कीड़े लगने पर उपचार

बैंगन के पौधे पर कई तरह के कीड़े लगते हैं और जो फलों को नुकसान पहुंचाते हैं। कई बार आपके फल बाहर से बिल्कुल स्वस्थ नजर आते हैं, लेकिन अंदर कीड़े निकलते हैं। बैंगन के पौधे पर कीड़े जल्दी आर्कषित होते हैं। कीड़ों से पौधे को बचाने के लिए आप ये सुझाव अपनाएं।

  • पौधा या बीज लगाते समय अच्छी किस्म का चुनाव करें।
  • स्वस्थ पौधों में रोग प्रतिरोधी क्षमता ज्यादा होती है।
  • पौधों की निरंतर निगरानी करें, कीड़ों का अंदेशा होने पर तुरंत उपचार जरुरी है।
  • पौधे के आसपास मौजूद खरपतावर कीटों का बसेरा होता है इनको हटाएं।
  • मिश्रित पौधे लगाएं यानि कई पौधे एक साथ लगाएं।

बैंगन के पौधों पर छिड़कने के लिए जैविक खाद

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  • नीम का तेल एक प्रभावी कीट नियंत्रक है। पौधों पर इसका छिड़काव करें।
  • लहसुन का अर्क एफिड्स, सफेद मक्खी और अन्य कीड़ों को नियंत्रित करता है।
  • मिर्च का स्प्रे कुछ कीड़ों को दूर रखने में मदद कर सकता है।
  • कीटों को खाने वाले पक्षियों को आकर्षित करें जैसे कोयल, चिड़िया, गौरेया।

बैंगन पर रासायनिक खादों का छिड़काव

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  • जैविक खाद पौधे पर प्रभाव नहीं दिखाती है, तो कैमिकल युक्त खादों का छिड़काव करें।
  • रासायनिक कीटनाशकों का प्रयोग आप कर सकते हैं।
  • ध्यान रहे हमेशा लेबल पर दिए गए दिशानिर्देशों का पालन जरुरी है।

बैंगन को प्रभावित करने वाले कीट

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बैंगन के पौधे की तरफ कीट ज्यादा आकर्षित होते हैं। कई बार आपने गौर भी किया होगा कि जब आप बैंगन लाते हैं, तो स्वस्थ दिखने वाला बड़ा बैंगन भी अदंर से कीड़ों से लदा होता है। आपके पौधों में भी ये समस्या हो सकती है, इसलिए तुरंत उपचार करें। बता दें कि कई प्रकार के कीट हैं, जो पौधे को प्रभावित करते हैं।

  • एफिड्स लगने पर आप नीम का स्प्रे, साबून का घोल और लहसून के अर्क का प्रयोग करें।
  • सफेद मक्खी लगने पर नीम का स्प्रे, लहसून का अर्क, मिर्च का स्प्रे करें।
  • फल छेदक कीट होने पर फेरोमोन जाल या बैक्टीरिया-आधारित कीटनाशक छिड़कें।
  • टिड्डे आप हाथ से चुन सकते हैं या फिर कीटनाशक का स्प्रे करें।

कीटनाशकों का छिड़काव करते समय रखें ध्यान

  • सीमित मात्रा में कीटनाशकों का प्रयोग आपको करना है।
  • ज्यादा मात्रा में इनका प्रयोग लाभकारी कीटों को नुकसान पहुंचाता है।
  • प्रर्यावरण के अनुकुल कीट नियंत्रकों का प्रयोग करें।
  • आप कृषि विशेषज्ञ की सलाह भी ले सकते हैं।
  • इस तरीके से आप स्वस्थ और बड़े बैंगनों की पैदावार ले सकते हैं।

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नोट- यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये केवल सामान्य दिशानिर्देश हैं। अपनी विशिष्ट आवश्यकताओं के लिए सर्वोत्तम सलाह के लिए, आप किसी कृषि विशेषज्ञ या माली से सलाह ले सकते हैं।ज्यादा जानकारी के लिए द यूनिक भारत से जुड़े रहिए धन्यवाद।

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