शिवरात्रि का त्याहौर आने वाला है। भोले के भक्तों के लिए शिवरात्रि का त्याहौर होली दिवाली से कम नहीं है। इस दिन भगवान शंकर को खुश करने के लिए भक्तों की भीड़ मंदिर में लगी रहती है। लोग भगवान को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के फूल पत्ते, व्यंजन शिवलिंग को अर्पित करते हैं।
आज के इस लेख में हम आपको शिवरात्रि के कुछ खास उपाय बताने जा रहे हैं, जिन्हें करके आप शंकर भगवान को खुश कर सकते हैं और परेशानियों से छुटकारा भी आपको इस दिन मिल सकता है। इस दिन आपको क्या सावधानी बरतनी है ये भी इस लेख के माध्यम से जानते हैं।
शिवरात्रि के दिन भगवान शंकर को ऐसे करें प्रसन्न
- भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उनके पसंदीदा फूल अर्पित करें।
- भगवान के चरणों में धतुरे के पत्ते और धतुरे के फूल चढ़ाएं।
- धतुरे का फल भी भगवान के चरणों में अर्पित किया जाता है, जिसपर छोटे-छोटे कांटे होते हैं।
- भगवान के चरणों में आक के फूल अर्पित करने चाहिए।
- शिव को बेलपत्र ज्यादा पसंद है, इसलिए इस दिन बेलपत्र जरुर चढ़ाएं।
- शिवलिंग पर कच्चा दूध जरुर चढ़ाएं।
- शिवलिंग पर गुड़ और चावलों को चढ़ाना भी इस दिन शुभ होता है।
- शिवलिंग पर इस दिन गंगाजल से अभिषेक करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है।
- माना जाता है कि शिवरात्रि के दिन गेंहू और धतुरा शिवलिंग पर चढ़ाने से संतान सुख की प्राप्ति होती है।
- गुड़हल, कनेर, सदाबहार, गुलाब आदि फूल भी आप चढ़ा सकते हैं।
ऐसे करें शिवलिंग की पूजा
दूध, दही, घी, शहद और शक्कर को मिलाकर पंचामृत से शिवलिंग को स्नान कराकर जल से अभिषेक करें। चारों प्रहर की पूजा में ऊं नम: शिवाय का जाप करें। भव, शर्व, रुद्र, पशुपति, उग्र, महान, भीम और ईशान, इन आठ नामों से फूल अर्पित कर भगवान शिव की आरती और परिक्रमा करें।
शिवरात्रि को व्रत रखा जाता है और रात में एक बार या चार बार शिव की पूजा की जाती है। इस दिन कई लोग बिना कुछ खाए पीएं व्रत रखते हैं, तो बहुत से लोग फलाहार करते हैं। बता दें कि इस दिन अनाज खाना वर्जित होता है। आप अगले दिन सुबह नहा धोकर अपना व्रत खोल सकते हैं।
शिवरात्रि के दिन न करें ये काम
- शिवरात्रि के दिन भगवान शंकर पर केतकी का फूल न चढ़ाएं।
- शिवलिंग पर कभी भी टूटे हुए चावल के दाने न चढ़ाएं।
भगवान शंकर को कभी भी तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए। - नारियल का पानी कभी भी शिवलिंग पर न चढ़ाएं।
शंख से शिवलिंग पर कभी अभिषेक नहीं करना है और न ही शिवलिंग पर ये चढ़ाना है। - काला तिल भी भगवान शंकर को चढ़ाया जाना अशुभ होता है।
- सिंदूर और हल्दी कभी भी शिवलिंग पर अर्पित नहीं करने चाहिए।
- इस दिन अपने मुंह से किसी को बुरा नहीं बोलना चाहिए और किसी की बुराई नहीं करनी चाहिए।
बता दें कि भगवान शंकर के चरणों में ये चीजें अर्पित नहीं करनी चाहिए। इन चीजों को भगवान के चरणों में चढ़ाया जाता है, तो वो भक्तों से नाराज हो जाते हैं और अशुभ फल की प्राप्ति होती है। इन सबको न चढ़ाए जाने के पीछे पौराणिक कथाओं में अलग-अलग कारण मिलता है।
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