घर को फूलों की महक से भरना चाहते हैं तो आज ही मधुमालती लगाएं। यह खूबसूरत फूलों के साथ अपने अनोखे गुणों के लिए जाना जाता है। मानसून के दिनों में ही मधुमालती पर फूल खिलते हैं। यह पौधे और बेल रूप में मिलता है।
बहुत लोगों के सामने यह दिक्क आती है कि उनकी मधुमालती पर फूल नहीं आते हैं। पौधे की ग्रोथ अच्छी नहीं है। तो आज इस लेख में हम आपको बताएंगे एक फर्टिलाइजर जो 15 दिन में एक बार पौधे में डालना हे। उसके बाद पौधे पर हजारों की संख्या में फूल आना शुरू हो जाएंगे।
आपके लिए यकीन कर पाना मुश्किल होगा कि यह वही मधुमालती है। पौधे पर पत्तों से ज्यादा फूल आते हैं। यह बिल्कुल ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर है।
हर दिन रंग बदलते हैं मधुमालती के फूल
मधुमालती के फूलों में एक अनोखा गुण हेाता है। इसके फूल देखने में बहुत सुंदर होते हैं। इसके साथ ही ये फूल हर दिन अपना रंग भी बदलते हैं। जब ये कली के रुप में होते हैं तो सामान्य तौर पर हरे रंग के ही होते हैं। जैसे ही फूल खिलते हैं तो इनका रंग सफेद होता है।
वहीं धीरे-धीरे यह रंग गुलाबी रंग में बदल जाता है। जैसे ही फूल परिपक्व होता है तो फूल का रंग नारंगी हो जाता है। यह इस फूल की विशेषता है। फूलों में मौजूद एक रसायन के पीएच में बदलाव और तापमान में बदलाव के साथ ही यह प्रक्रिया होती है। इसके साथ ही इसपर गुच्छों में फूल आते हैं। जो देखने में काफी सुंदर दिखते हैं।
कई बीमारियों में फायदेमंद
मधुमालती के पौधे सिर्फ सुंदर ही नहीं है। इसके फूलों और पत्तों का प्रयोग कई बीमारियों के लिए उपयोगी हेै। आर्युवेद में इसका प्रयोग होता आया है। इसलिए हमें अपने घरों में मधुमालती जरूर लगानी चाहिए। लेकिन इसके खाद्य रूप में प्रयोग से पहले हमें आर्युवेद विशेषज्ञ से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
मधुमालती की बेल लगाएं या पौधा
- मधुमालती अधिकतर बेल के रूप में बढ़ती है।
- गमले में इसका पौधा भी लगाया जा सकता है।
- दोनों ही अलग-अलग होते हैं।
- अगर आप नर्सरी से बेल खरीद रहे हैं तो इसे गमले में न लगाएं।
- मधुमालती की बेल को जड़ फैलाने के लिए अधिक जगह की जरूरत होती है।
- गमले में इसे नहीं लगाना चाहिए।
- आप पौधा गमले में लगा सकते हैं।
क्यों नहीं आते मधुमालती पर फूल
- पौधे को पर्याप्त मिट्टी न मिल पाना
- मिट्टी में नमी की कमी
- पौधे का छाया में होना
- पौधे में पोष्टिकता की कमी
- नियमित देखरेख न करना
मधुमालती में डालें ये फर्टिलाइजर
मधुमालती में ज्यादा फूलों के लिए दूध, गोबर और सीवीड फर्टिलाइजर मिलाकर एक टॉनिक तैयार करना है। यह टॉनिक पौधे पर जादूई काम करता है। कलियां झड़ना बंद हो जाती हैं। पौधे की ग्रोथ बहुत अच्छी होती है। फूलों की संख्या बढ़ती है। हर महीने में एक बार या दो महीने में 3 बार इसका प्रयोग किया जा सकता है। इसके साथ ही एनपीके का स्प्रे भी करें।
कैसे बनाएं टॉनिक
- 10 ml कच्चा दूध लें
- 5 ml सीवीड फर्टिलाइजर लें
- 25 ग्राम गोबर की खाद लें
- तीनों को दो लीटर पानी में मिक्स कर लें
- 200 से 300ml पौधे की जड़ों में डाल दें
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