hard pruning-पौधों लगाने मात्र से बागवानी नहीं होती बल्कि आपको बच्चों की तरह उनकी केयर करनी होती है, तभी सही मायने में माना जाता है कि आप बागवानी कर रहे हैं। बागवानी करने वाले लोग अपना अधिकतर समय पेड़ पौधों के बीच बिताना पसंद करते हैं।
पौधों की सही रख-रखाव, पौधों को पानी देना और पौधों की सही से कटाई छंटाई करना ये सब बागवानों को पता होना जरुरी है। प्रूनिंग के बारे में तो सब जानते हैं कि ये क्या होती है। आज हम आपको हार्ड प्रूनिंग के बारे में बताने जा रहे हैं। चलिए जानते हैं हार्ड प्रूनिंग क्या होती है और पौधों के लिए ये क्यों जरुरी है।
क्या होती है हार्ड प्रूनिंग
हार्ड प्रूनिंग एक बेहद कठिन प्रकिया है, जो गार्डनिंग करने वालों को पता होना जरुरी है।हार्ड प्रूनिंग करना पौधों के बेहतर विकास के लिए जरुरी है। हार्ड प्रूनिंग में पौधों के अधिकतर हिस्से को काट दिया जाता है, ताकि वो सीमित मिट्टी में बेहतर रुप से विकसित हो सकें।
बहुत बार हमारा पौधा काफी पुराना हो जाता है। बहुत सी ऐसी टहनियां उसमें ऐसी हो जाती हैं, जो पूरी तरह से सूख जाती है और इनको हटाना बेहद जरुरी होता है।पौधे का सीमित मात्रा की मिट्टी में और पोषक तत्वों में विकास हो सके इसके लिए हार्ड प्रूनिंग की जाती है। इस तकनीक में पौधे के पुराने और नए हिस्से की कटाई की जाती है।
हार्ड प्रूनिंग और प्रूनिंग में अंतर
- हार्ड प्रूंनिग कठिन है जबकि प्रूनिंग आसान है।
- हालांकि दोनों ही कटाई छंटाई से संबंधित प्रक्रिया है।
- प्रूनिंग को साल में कभी भी किया जा सकता और हार्ड प्रूनिंग को साल में एक बार किया जाता है।
- प्रूनिंग में पौधे की सूखी टहनियां और पत्तों को हटाया जाता है जबकि इसमें अधिकतर हिस्से को काटा जाता है।
- प्रूनिंग आप कभी भी करें, लेकिन हार्ड प्रूनिंग पौधे के ग्रोइंग सीजन से पहले करनी होती है।
- प्रूनिंग किसी भी पौधे की हो सकती है, जबकि हार्ड प्रूनिंग ज्यादा शाखाओं वाले पौधों की होती हैं।
हार्ड प्रूनिंग कब करनी चाहिए
- हार्ड प्रूनिंग कठिन प्रक्रिया है।
- साल में एक बार पौधों की हार्ड प्रूनिंग जरुर करनी चाहिए।
- पौधे के अनुसार हार्ड प्रूनिंग का समय निर्धारित होता है।
- पौधे का जब बढ़ने का समय होता है, तभी उसकी हार्ड प्रूनिंग की जानी चाहिए।
- हर पौधे का बढ़ने का अलग समय होता है इससे पहले आपको ये प्रक्रिया करनी है।
हार्ड प्रूनिंग कौन से पौधों की होती है
- हार्ड प्रूनिंग आपको पौधों के हिसाब से करनी है।
- ज्यादा शाखाओं और टहनियों वाले पौधों की करनी है।
- गुलाब और तुलसी की आपको हार्ड प्रूनिंग करनी है।
- गुड़हल, मोगरा जैसे पौधों की हार्ड प्रूनिंग करें।
हार्ड प्रूनिंग के फायदे
- हार्ड प्रूनिंग से पौधा अच्छे से विकसित होता है।
- इससे पौधों को सूर्य का प्रकाश और हवा सही मिलती है।
- पौधे को ज्यादातर हिस्से को काटा जाता है, जिससे पौधा स्वस्थ बनता है।
- इससे फूलों की संख्या और आकार में वृद्धि होती है।
- इससे फलों के आकार और स्वाद में भी बढ़ोतरी होती है।
- कीट और रोगों से भी पौधों का बचाव होता है।
- इसे करने से पत्तियां ज्यादा आती है और घनी होती हैं।
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