पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए हम गार्डन में हर संभव प्रयास करते हैं। कई ऑर्गेनिक खाद का इस्तेमाल करने के बाद भी पौधों की ग्रोथ उतनी नहीं होती है जितना हम चाहते हैं। वहीं उनपर पेस्ट अटैक का होना और भी चिंताजनक हो जाता है। ऐसे में माचिस की तिली (match sticks) आपकी मददगार साबित हो सकती है।
गार्डन में माचिस की तीलियां (match sticks) का प्रयोग एक ऐसी ट्रिक है जो पौधों का विकास करेगी साथ ही इस मानसून पेस्ट अटैक से भी बचाएगी। हालांकि रसाई में अब माचिस की तिल्ली का प्रयोग कम हो गया है। लेकिन गार्डन में ये माचिस की तिल्ली बड़े काम की चीज बनी हुई है।
गार्डन में क्यों जरूरी है माचिस की तीलियां( Why are matchsticks necessary in the garden)
माचिस की तिल्ली में कई ऐसे तत्व होते हैं जो पौधों की ग्राेथ को प्रमोट करते हैं। साथ ही पौधों पर होने वाले पेस्ट अटैक को बचाते हैं।
- माचिस की तिल्ली के मसाले में पोटेशियम क्लोरेट, फास्फोरस होता है।
- माचिस में सल्फर, मैग्नीशियम और फेरिक ऑक्साइड होता है।
- कई लाल मसाले वाली माचिस में लाल फास्फोरस भी होता है।
कीटनाशक के तौर पर करे काम(work as insecticide)
माचिस की तीलियाें के ऊपर लगाया जाने वाला मसाला कई रसायनों से मिलकर बनाया जाता है। इसमें फास्फोरस, मैग्निशियम और सल्फर भी पाया जाता है। यही मिश्रण पौधों में कीटनाशक का काम करता है। फिलहाल मानसून का वक्त है, ऐसे में गार्डन में बहुत से पेस्ट अटैक ( pest attack) होते हैं। मिट्टी में अगर ये तीनों रसायन होंगे तो पौधों पर पेस्ट अटैक नहीं होगा।
पौधों की ग्रोथ बढ़ाए(increase plant growth)
कई उपाय आजमाने के बाद भी कई बार पौधों की ग्रोथ अच्छी नहीं होती है। लेकिन गार्डन में यह उपाय कारगर साबित हो सकता है। क्योंकि माचिस के मसाले में पोटैशियम क्लोरेट, फास्फोरस, सल्फर, मैग्नीशियम और फेरिक ऑक्साइड, लाल फास्फोरस होता है। पौधों की ग्रोथ के लिए फास्फोरस जरूरी पोष्टिक तत्व है। फास्फोरस रूट सिस्टम को मजबूत करता है। इसके साथ ही सल्फर और मैग्नीशियम क्लोरोफिल हरियाली में मदद करते हैं।
माचिस की तिल्ली प्रयोग करने का तरीका(How to use match stick)
- गार्डन में माचिस की तिल्ली प्रयोग करने का तरीका आसान है।
- एक गमले के लिए आपको 8 से 10 माचिस की तीलियां लेनी होंगी।
- इन तीलियों को गमले के किनारे-किनारे मिट्टी में दबा दें।
- ध्यान रहे कि हमें मसाले को मिट्टी में दबाना है
- इसके बाद सामान्य तौर पर गमलों में पानी डालते रहें।
- अगर माचिस की तीलियों का मसाला घुल गया है तो दूसरी तीलियां लगा दें।
- इस प्रक्रिया को साल भर में चार से पांच बार दोहरा दें।
- यह पौधों की ग्रोथ करेगा साथ ही गार्डन में पेस्ट अटैक होने से बचाएगा।
read also:
- Eggshell fertilizer: अंडों के छिलकों को बेकार न समझें, गार्डन में करते हैं औषधि का काम
- Terrace Gardening-बारिश में आफत न बन जाए छत का बगीचा, जानिए कमाल के टिप्स और ट्रिक्स
- Lime in garden: इंसानों को नहीं अब पौधों को लगाएं चूना, चार गुना बढ़ जाएगी फूलों और फलों की संख्या