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Tulsi care– तुलसी का पौधा हर घर में होता है। हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का धार्मिक महत्व बहुत ज्यादा है। लोग तुलसी के पौधे को भगवान का दर्जा देते हैं और इसकी पूजा करते हैं। गर्मियों का मौसम हर पौधे के लिए मुश्किलों से भरा होता है। ऐसे में तुलसी का पौधा भी इससे अछुता नहीं रहता है।

गर्मियों में कई लोगों की शिकायत होती है कि उनका हराभरा तुलसी का पौधा सूख गया है। आपके साथ भी ये समस्या है, तो इस आर्टिकल में हम इसको हराभरा रखने के कुछ टिप्स और स्पेशल फर्टिलाजर बताएंगे, जो आप तुलसी के पौधे में डाल सकते हैं।

गर्मी में तुलसी के पौधे को हराभरा रखने के टिप्स

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तुलसी का पौधा औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसकी पत्तियों का प्रयोग खांसी, जुकाम में राहत दिलाने का काम करता है। तुलसी की चाय काफी राहत देती है। आपका पौधा बिना बात के जल रहा है, या गर्मियों में झुलस गया है, तो इसकी केयर के कुछ टिप्स आप ध्यान से पढ़ें।

  • नियमित रुप से तुलसी को पानी दें, लेकिन ज्यादा नहीं सिर्फ मिट्टी को नम करें।
  • तुलसी के पौधे को तेज धूप से बचाएं इसको आंशिक छाया में रख दें।
  • गमले में पानी इकट्ठा न होने दें, जड़ गल जाएगी और पौधा सूख जाएगा।
  • गमले में घास की एक लेयर बिछा दें, इससे नमी रहेगी।
  • तुलसी में सुबह और शाम के समय ही पानी दें।
  • सुबह 10-11 बजे के आसपास पत्तियों पर ठंडा पानी छिड़कें।

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तुलसी के पौधे के लिए उर्वरक

बता दें कि तुलसी के पौधे को किसी प्रकार की फर्टिलाइजर की जरुरत नहीं होती है। इसको नियमित रुप से पानी और धूप ही काफी है। फिर भी आपको कुछ फर्टिलाइजर बता रहे हैं, जिनको आप पौधे में छिड़क सकते हैं।

  • तुलसी के पौधे में कैमिकल युक्त खाद की बजाए जैविक खाद का प्रयोग करें।
  • पौधे में गोबर की खाद, नीमखली, वर्मीकंपोस्ट आदि डालें।
  • आप चाहें, तो इसमें केले की छिलके से बनी खाद या चायपत्ती डाल सकते हैं।
  • लिक्विड खाद में आप नीम तेल या गौमुत्र का घोल स्प्रे करें। 

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अतिरिक्त सुझाव

  • उर्वरकों का प्रयोग दिशानिर्देशों के अनुसार ही करें।
  • ज्यादा प्रयोग पौधे को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • सीमित मात्रा में ही उर्वरकों का प्रयोग करें।
  • उर्वरक देने से पहले मिट्टी को हल्का नम करें।
  • इसके अलावा आप तुलसी से पीली पत्तियां हटाते रहें।
  • पौधे को एक गमले में न रखें, इसकी रिपॉटिंग जरुरी है।
  • नियमित रुप से पौधे की निगरानी करें।                                                                                                                                                                                                                                                                                                ये भी है जरुरी-Vintage Garden: विरासत में मिले सदियों पुराने बर्तनों में उगाए पौधे नोट- यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये केवल सामान्य दिशानिर्देश हैं। अपनी विशिष्ट आवश्यकताओं के लिए सर्वोत्तम सलाह के लिए, आप किसी कृषि विशेषज्ञ या माली से सलाह ले सकते हैं।ज्यादा जानकारी के लिए द यूनिक भारत से जुड़े रहिए धन्यवाद।

     

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