लोगों में गार्डनिंग का शौक बढ़ा है। गार्डन को हरा भरा रखने के लिए गार्डनर भरसक प्रयास करते हैं। लेकिन जैसे ही सर्दी का मौसम आता है गार्डन की रंगत उड़ जाती हे। पौधे सूखने लगते हैं। तापमान बहुत कम होता है। बहुत से पौधे ठंड की वजह से मर जाते हैं। इसके साथ ही सर्दी के मौसम में गार्डनर की गलतियों की वजह से भी पौधे मर जाते हैं।
गार्डन के पौधों के लिए सर्दियां कई सारी चुनौतियां लेकर आती हैं। सर्दियों पर पड़ने वाला कोहरा(धुंध, fog) भी पौधों को बेहद नुकसान पहुंचाता है। अगर आप सर्दी के मौसम में अपने पौधों को मरने से बचाना चाहते हैं तो इस लेख में हम आपको पौधों को सर्दी व कोहरे से होने वाले नुकसान और बचाने के कुछ टिप्स (Ways To Protect Plants in winter ) के बारे में बताएंगे।
कोहरे से पाैधों को होने वाले नुकसान
कोहरे के पौधों पर सकारात्मक (Positive) कम और नकारात्मक (Negative) प्रभाव ज्यादा पड़ते हैं। ऐसे में हम आपको बताएंगे कोहरे के पौधों पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव।
- फंगल रोगों का बढ़ना– लंबे समय तक कोहरा पड़ने से गार्डन का वातावरण में नमी बनी रहती है। इससे फंगल रोगों के बढ़ने का डर होता है जिसमें पाउडरी मिल्ड्यू, ग्रे मोल्ड (बोट्रीटिस) और डाउनी मिल्ड्यू जैसे फंगल रोग हो सकते हैं।
- प्रकाश संश्लेषण न होना– कोहरे की वजह से पौधों को धूप नहीं मिल पाती है। जिससे प्रकाश संश्लेषण में कमी आ जाती है। इससे पौधों की ग्रोथ रुक जाती है।
- पॉलिनेशन की कमी- कोहरे में पॉलिनेशन की कमी हो जाती हे। पॉलिनेटर्स पौधों के संपर्क में नहीं आते हैं।
- ओवरवाटरिंग की स्थिति – कोहरे की स्थिति में पानी व ओंस की मात्रा ज्यादा होती है। प्रकाश नहीं मिलने पर ओवरवाटरिंग की समस्या बन जाती है।
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पौधों को धुंध से बचाने का तरीका- Protect Garden Plants From Fog
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मल्चिंग तकनीक
सर्दी में पाले की समस्या से पौधों को बचाने के लिए मल्चिंग करना अच्छा विकल्प है। इस प्रक्रिया में पौधे के मिट्टी वाले भाग को अखबार, घास, पुआल, लकड़ी की छीलन से ढक दिया जाता है। ये सभी चीजें मिट्टी में नमी बनाए रखने और खरपतवार को रोकने में मदद करती हैं। पौधों को सर्दी से बचाने से यह पुरानी और अच्छी तकनीक है। इसके लिए पौधे की 3 से 5 इंच तक मोटी परत वाली मल्चिंग कर सकते हैं।
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पौधों में अधिक खाद देने से बचें
सर्दी के मौसम में पौधे डाॅर्मेंसी में चले जाते हैं। ऐसे में पौधों की ग्रोथ धीमी पड़ जाती है। इस दौरान पौधों में अधिक खाद नहीं देनी चाहिए। अधिक खाद से पौधा जल सकता है। पाले की स्थिति में अधिक खाद का इस्तेमाल न करें। इस दौरान पौधे का सूखना सामान्य है। आपकी खाद से पौधा अधिक खराब हो सकता है।
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पौधों में ओवरवाटरिंग से बचें
सर्दी में पौधों में कम पानी देना चाहिए। अधिक पानी देने पौधे की जाइलम में पहुंचता है। जिसमें सर्दी की वजह से पौधों की जाइलम जम जाती है। अधिक पानी भरा होने की वजह से जाइलम के फटने का डर रहता है। ऐसे में इन दिनों कम पानी देना चाहिए। इन दिनों विंटर मिट्टी की परत को सप्ताह में 2 से 3 इंच तक चेक करना चाहिए।अगर मिट्टी सूखी हो तभी पौधे को पानी दें।
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पौधों के बीच दूरी बनाए रखें
कोहरे की नमी से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए पौधों के बीच में दूरी बनाएं। दरअसल पौधे पास में होंगे तो अधिक नमी बनी रहेगी। जिसकी वजह से पौधों को नुकसान हो सकता है।
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पौधों को शेड में रखें
पाैधों को सर्दी की मार से बचाने के लिए शेड में रखा जा सकता है। वहीं अगर कुछ पौधे जिन्हें शेड में नहीं रखा जा सकता तो उन्हें किसी कपड़े, पॉलीथीन, फैब्रिक प्लांट कवर, कार्डबोर्ड बॉक्स, न्यूजपेपर आदि से ढका जा सकता है।
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पौधों की प्रूनिंग करते रहें
सर्दी के मौसम में पौधों की हार्ड प्रूनिंग करनी चाहिए। दरअसल सर्दी मे पत्तियां सूखकर गिरने लगती हैं। ऐसे में सूखी टहनी व पत्तियों को काट देना चाहिए।