पूरे दिन को शुभ बनाने के कई प्रयास किए जाते हैं। इसके लिए भारतीय संस्कारों में हस्त दर्शन यानि दोनों हथेलियों के दर्शन को शुभ बताया गया है। भारतीय ऋषि-मुनियों के अनुसार हस्त दर्शनम करने से सोचे हुए कार्य सफल हो जाते हैं और पूरा दिन शुभ रहता है। शास्त्रों में भी सुबह उठते के साथ ही पहले बैठकर दोनों हाथों की हथेलियों के दर्शन का विधान बताया गया है।
हस्त दर्शन धार्मिक दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण क्रिया है। जो ध्यान और शांति का अनुभव करने में मदद करती है। इसे हिंदू धर्म में एक पूजा क्रिया के रूप में भी जाना जाता है।
कैसे करें हस्त दर्शन
भारतीय संस्कारों में हस्त दर्शन की एक प्रक्रिया होती है। जब आप सुबह नींद से जागें तो अपनी हथेलियों को आपस में मिलाकर पुस्तक की तरह खोल लें।
कराग्रे बसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती ।
करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम ॥
इस श्लोक पढ़ते हुए हथेलियों का दर्शन करना चाहिए। इसका अर्थ है कि मेरे हाथ के अग्रभाग में भगवती लक्ष्मी का निवास है। मध्य भाग में विद्यादात्री सरस्वती का निवास है। मूल भाग में ्विरष्णु का निवास है। अतः प्रभातकाल में मैं इनका दर्शन करता हूं। इन सभी के प्रातकाल में दर्शन कर जीवन में धन, विद्या और भगवत कृपा की प्राप्ति हो सके।
सुबह हस्त दर्शन के फायदे
- हथेली में सभी देवी देवताओं का वास होता है। सबसे पहले इनके दर्शन करने से व्यक्ति की ग्रह दशा सुधरती है।
- सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है।
- सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
- सभी कार्य पूर्ण होते हैं।
- हस्त दर्शन करने से आपका मन शांत और स्थिर हो जाता है।
- दोनों हाथों की संतुलितता को बनाए रख सकते हैं। यह आपकी सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
- हस्त दर्शन करने से आपकी निद्रा में सुधार होता है।
- थायरॉइड ग्रंथि के काम शुरू हो जाते हैं। यह आपके शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
- हस्त दर्शन करने से मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार होता है।