पिछले कुछ दिनों से मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है। ठंड के बाद तापमान बढ़ा है । ऐसे में लगातार बदल रहे मौसम में बीमार होने का खतरा भी बढ़ हैं। ऐसे मौसम में हर कोई खांसी, जुकाम और बुखार से परेशाान है। वायरल बुखार को तोड़ने के लिए के लिए आप हेल्दी डाइट, आराम करने और तरल पदार्थों का अधिक सेवन करने के साथ कुछ पत्तों का सहारा ले सकते हैं। लेकिन आप सर्दी-बुखार से निजात पाने के लिए आप इन औषधीय गुणों वाले पत्तों की मदद से राहत पा सकते है । साथ ही इन पत्तों का इस्तेमाल करना काफी फायदेमंद भी होता है।
धनिया के पत्ते
धनिया के पत्ते इम्यून सिस्टम को मजबूत करने का काम करता है। वायरल फीवर और उसके लक्षणों को कम करने के लिए धनिया का सेवन कर सकते हैं। इसके बीजों में फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाया जाता है। हरा धनिया एंटीऑक्सीडेंटस, बीटा कैरोटीन, कोलीन से भरपूर होता है। यह वायरल इंफेक्शन को सही करने में मदद करता है। धनिया के पत्तों को उबालकर, छानकर इसका सेवन कर सकते हैं। साथ ही आप धनिया के पत्तों को चबा भी सकते हैं।
सेज के पत्ते
सेज के पत्तों को उबालकर काढ़ा पीने से बुखार के लक्षण कम हो जाते हैं। सेज का प्रयोग वायरल संक्रमण के इलाज के लिए किया जाता रहा है। इसमें सैफिसिनोलाइड यौगिक होने की वजह से इसका एंटीवायरल प्रभाव पड़ता है।
तुलसी के पत्ते
तुलसी की पत्तियां वायरल फीवर से लेकर दिल की बीमारियों को भी दूर करने में कारगर होती है। बता दें कि वायरल फीवर को रोकने के लिए तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। तुलसी के पत्ते पोटेशियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस से भरपूर होते हैं। वहीं हेल्थ के लिए भी तुलसी बरदान होती है। तुलसी के पत्तों उबला हुआ पानी गुनगुना होने पर इसे पी लें। इससे आपको काफी आराम मिलेगा।
सहजन के पत्ते
सहजन के पत्ते वायरल बुखार को तोड़ने का काम करते हैं। इसके पतों में विटामिन, मिनरल्स, एंटीऑक्सिडेंट और एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, सहजन के पौधे की छाल बुखार को काफी हद तक कम करती है ।
ऑरिगेनो के पत्ते
बुखार और उसके लक्षणों को कम करने के लिए आप पानी में ऑरिगेनो के पत्तों के साथ हल्दी पाउडर को उबालकर इसे दिन में दो बार पिएं। इसके पत्तों में कारवाक्रोल नामक तत्व पाया जाता है, जो इस जड़ी बूटी में एंटीवायरल गुण भरता है।