हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट ने परिवार पहचान पत्र की खामियों पर उठाए सवाल
हिसार, 09 अप्रैल। हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट ने परिवार पहचान पत्र के कारण आमजन को हो रही परेशानी के लिए गठबंधन सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। डिपार्टमेंट के प्रदेश चेयरमैन एडवोकेट लालबहादुर खोवाल ने फैमिली आईडी के नाम पर कहीं गरीब लोगों को बीपीएल सूची से बाहर किया जा रहा है तो कहीं पर बुजुर्गों की सम्मान राशि को काटकर उन्हें वृद्धावस्था में पैसे पैसे के लिए मोहताज किया जा रहा है।
फैमिली आईडी बनवाने में भी दिक्कतें
एडवोकेट खोवाल ने कहा कि जिसका बिजली बिल नौ हजार रूपए सालाना यानि साढ़े सात सौ रूपए आता है, उसके गुलाबी वा पीला यानि बीपीएल कार्ड सरकार द्वारा काटे जा रहे हैं। वहीं जिन लोगों ने अपनी इनकम एक लाख या डेढ़ लाख दिखाई थी, उनकी इनकम भी इसी तरह बिना रजामंदी और बिना छानबीन किए कई गुना ज्यादा दिखाई जा रही है। जिसकी वजह से उनके बीपीएल कार्ड काट दिए गए। इसके साथ-साथ आमजन को फैमिली आईडी बनवाने में भी बहुत सारी दिक्कतें आ रही है। विशेष तौर पर पिछड़ी जाति के लोगों की वार्षिक आय भी वास्त्विक आय से कई गुना ज्यादा दिखाई जा रही है, जिस कारण उन्हें जाति प्रमाण पत्र बनवाने में बहुत सारी समस्याएं आ रही है। लोग जब इसकी शिकायत पोर्टल पर करते हैं तो कोई रिस्पांस नहीं आता।
गैर बीजेपी को किया जा रहा है परेशान
खोवाल ने आरोप लगाया कि फैमिली आईडी से संबंधित समस्याओं का समाधान करने के लिए सरकार ने अपने बीजेपी के कार्यकर्ताओं को लगाया हुआ है जो केवल अपने वोट बैंक के लिए काम करते हैं। जब उन्हें पता चलता है कि संबंधित व्यक्ति बीजेपी का कार्यकर्ता नहीं है तो उनके साथ अच्छा बर्ताव भी नहीं किया जाता और ना ही उनकी समस्याओं को दूर किया जाता है। ऐसे में असहाय लोग थक हार कर घर बैठ जाते है।
बुजुर्गों की काटी जा रही है पेंशन
खोवाल ने कहा कि एक तरफ ताउ देवीलाल ने बुजुर्गों को सम्मान देने के लिए पेंशन देना शुरू किया था, वहीं दूसरी तरफ गठबंधन में शामिल उनके ही पड़पोत्र की आंखों के सामने बुजुर्गों की सम्मान राशि काटी जा रही है। उन्होंने कहा कि बहुत से ऐसे असहाय वृद्ध लोग जो केवल पेंशन के सहारे अपना जीवन यापन करते हैं। जिनकी आमदन पेंशन के सिवाय कुछ नहीं है तथा उनकी आमदान भी फैमिली आईडी में वास्त्विक आय से कई गुना ज्यादा दिखाई जा रही है। इसी तरह विधवा महिलाएं भी इस समस्या से दुखी होकर कोर्ट कचहरी के चक्कर लगा रही है तथा अफसरों के पास जाकर अपना दुखड़ा रो रही है, लेकिन उन अधिकारियों द्वारा पोर्टल का बहाना लगाकर उन्हें वापस घर भेज दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जिसकी पेंशन है, वह भी सरकार द्वारा समय पर नहीं दी जा रही और दो दो महीने की देरी से पेंशन का वितरण हो रहा है।
गठबंधन सरकार को ले बैठेगी गरीबों की हाय
एडवोकेट खोवाल ने कहा कि बीजेपी सरकार में गरीब व असहाय लोगों को हो रही परेशानी इस गठबंधन सरकार को ले डूबेगी। उन्होंने कहा कि लोगों में इस सरकार के प्रति भारी गुस्सा है और आने वाली लोकसभा व विधानसभा चुनावों में वे इस सरकार को सबक सिखाने का काम करेंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि भारी बहुमत के साथ कांग्रेस की सत्ता आने पर आमजन को हो रही इस तरह की परेशानी का प्राथमिकता के साथ समाधान किया जाएगा।