Succulent Plants-तरह-तरह के पौधे लगाना पसंद करते हैं। घर में ऐसा कोना जरुर होता है, जहां आपके मन को शांति मिलती है। आमतौर पर गार्डनिंग करने वाले बगीचे में खुशी ढूंढते हैं। पेड़ पौधे लगाना, पानी डालना, पौधों की केयर करना उनको अच्छा लगता है।
गार्डन में तरह-तरह के फूल और पौधे आकर्षण का केंद्र होते हैं। गार्डन का एक कोना सक्युलेंट प्लांटस से सजाने के विचार पर आपका क्या कहना है? चलिए इस लेख में सक्युलेंट पौधों से जुड़ी जानकारी सांझा करते हैं।
सक्युलेंट पौधे (Succulent Plants)
सक्युलेंट पौधे जिन्हें रसीले पौधे भी कहा जाता। ये पौधे काफी सुंदर लगते हैं। गार्डन में इनकी खुबसूरती भी देखते ही बनती है। ये पौधे ना ज्यादा केयर मांगते हैं और ना पानी। बहुत से लोगों की शिकायत होती है कि सक्युलेंट पौधे मर जाते हैं। इनके मरने के कई कारण होते हैं। लाने के बाद आपका प्लांट मर रहा है, तो आप इनको पैसों की बर्बादी समझते हैं और खरीदना बंद कर देते हैं।
सक्युलेंट प्लांटस की खुबसूरती वास्तव में आपको कायल करने वाली होती है। आप गार्डन में एक कोना रसीले पौधों से जरुर सजाएं। आज हम आपको कुछ आइडिया बताने जा रहे हैं, जिससे आपका प्लांट लंबा चलेगा। बिगनर्स के लिए पांच स्टेप जिनसे पौधा जल्दी खराब नहीं होगा।
सक्युलेंट पौधों को लगाने का समय (Time to Plant Succulent Plants)
हर पौधे को लगाने का समय होता है। वैसे ही सक्युलेंट प्लांटस भी सर्दियों में बेहतर ग्रो करते हैं। कई किस्में हैं, जो गर्मी में मर जाती हैं। बहुत सी प्रजाति ऐसी भी है, जो साल दर साल चलती है। आप अक्तुबर में इनको खरीदें। सर्दियों में ये काफी अच्छे चलते हैं। दो से तीन महीने आप इनकी खुबसूरती का आनंद ले सकते हैं। जैसे आप जिरेनेयिम और पेटुनिया लगाते हैं, वैसे इनको लगाएं।
गमले का चुनाव (Choosing a pot for succulent plants)
जब आप रसीले पौधे लगा रहे हैं, तो आपको गमले के आकार और गमले की बनावट को ध्यान में रखना है। आपको छोटे पॉट का यूज करना है। गमले का आकार छोटा होगा, तो आपका पौधा खराब नहीं होगा। बड़े गमले में नीचे से निकलने वाला पानी आपके पौधों की जड़ों को खत्म कर देगा। छोटे गमले में इनको लगाएं। बेहतर होगा आप टेराकोटा या प्लास्टिक के गमले का चुनाव करें। काले रंग के गमले में सक्युलेंट प्लांटस नहीं लगाने हैं।
सक्युलेंट पौधों के लिए मिट्टी (Soil for Succulent Plants)
इन पौधों को जलनिकासी वाली मिट्टी पसंद है। ध्यान रखें अगर आप सक्युलेंट पौधे लगाने के लिए मिट्टी तैयार कर रहे हैं, तो कोकोपीट न मिलाएं। कोकोपीट नमी बनाए रखने के लिए मिलाया जाता है। नमी से आपका पौधा खराब हो सकता है। इसलिए कोकोपीट आपको नहीं मिलानी है। नार्मल गार्डन की मिट्टी, परलाइट, वर्मीकंपोस्ट आदि का मिश्रण तैयार कर इसे लगाएं।
आपको गोबर की खाद भी इन पौधों में नहीं डालनी है। आप चाहें तो महीने के अंतराल में बोनमील या पत्तियों की खाद इन्हें दे सकते हैं। इनको फर्टिलाइजर्स की जरुरत नहीं होती है। आपको लग रहा है कि इनको खाद की जरुरत है, तो डीएपी के एक दो दाने गमले में डाल दें। आप पानी में घोलकर भी इनको दे सकते हैं।
सक्युलेंट पौधों की केयर (Succulent plant care)
- इनको ज्यादा पानी की जरुरत नहीं होती है।
- ये पौधे पत्तियों में पानी स्टोर कर रखते हैं।
- छोटे पौधों को रिपोट करने की जरुरत नहीं है।
- गर्मी में आप इनको शेड के नीचे रखें।
- बारिश के मौसम से भी इनको बचाना है।
- सर्दियों में आप बाहर इनको रख सकते हैं।
- पौधों के लिए 4-5 घंटे की धूप जरुरी है।
- हफ्ते में एक बार इनमें पानी डालें, ओवरवाटरिंग से बचना है।
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