मौलवी के गेटअप में पंकज त्रिपाठी नजर आते मुंबई में इन दिनों गली चौराहों पर फिल्म ‘आजमगढ़’ के बड़े होर्डिंग लगे हैं।वे ऐसे मौलवी के किरदार में हैं, जो युवाओं को आतंकवाद की राह दिखाता है. खबर है पंकज त्रिपाठी को जब इस बारे में पता चला तो वे नाराज हो गए और अब कानूनी कार्रवाई करने के मूड में हैं।
गली चौराहों पर फिल्म ‘आजमगढ़’ के होर्डिंग देख नाराज हुए पंकज त्रिपाठी
ये मूवी 5 साल पहले एक शॉर्ट फिल्म में मेहमान कलाकार के रूप में की थी। जो उस समय पर थिएटर्स में नहीं आ सकी। सुना है कि पंकज त्रिपाठी को इस फिल्म की रिलीज के बारे में पता ही नहीं था। जब जगह-जगह इसके होर्डिंग लगे तो उन्हें इसकी OTT रिलीज के बारे में पता चला। जहां एक तरफ उनके करियर की बड़ी फिल्म ओह माय गॉड 2 जल्द ही रिलीज होगी। वहीं इस तरह की फिल्म से उनका नाम जुड़ना सबको अटपटा लग रहा था।
ओटीटी क्रिएटिव हेड संजय भट्ट से इस बारे में बात की गई तो उनका कहना है कि इस फिल्म के माध्यम से हमने यह दिखाने की कोशिश की है कि आजमगढ़ का रहने वाला हर युवक आतंकवादी नहीं होता है। इस फिल्म को सीरीज और फिल्म दोनों रूप में ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज करने की उनकी योजना है। ये फिल्म 90 मिनट की है, जिसकी शूटिंग 2018 में की गई थी। कोरोनो काल में थिएटर्स की दिक्कतों की वजह से इसे समय पर 2019 में रिलीज नहीं किया गया।
सूत्रों के मुताबिक, इस फिल्म के बारे में पंकज त्रिपाठी को बताया गया था कि ये शॉर्ट फिल्म है और उन्होंने इसके लिए सिर्फ तीन दिन ही शूटिंग भी की। लेकिन फिल्म के निर्माता उनके नाम का इस्तेमाल करके फिल्म को ऐसे प्रचारित कर रहे हैं, जैसे फिल्म में उनकी लीड भूमिका हो। पंकज त्रिपाठी नहीं चाहते हैं कि फिल्म में उनके नाम को जोड़कर सस्ती लोकप्रियता बटोरी जाए। पंकज त्रिपाठी ने बिना पारिश्रमिक लिए इस फिल्म में काम किया था। सूत्रों के अनुसार, पंकज चाहते हैं उनके नाम का फायदा उठाकर फिल्म को प्रचारित ना किया जाये और अगर वह नहीं मानेंगे तो इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। उनका कहना है कि फिल्म में उनकी छोटी सी भूमिका है और पोस्टर में जिस तरह से उनके चेहरे को प्रमुखता से दिखाया जा रहा है, वह गलत है।