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Citrus fruit bioenzyme-बागवानी आप आर्गेनिक तरीके से करते हैं, तो मजा दोगुना हो जाता है। आप कैमिकल युक्त चीजों का प्रयोग कर मिट्टी को खराब होने से बचा सकते हैं। आर्गेनिक फल और सब्जियों का लाभ भी आप उठा सकते हैं।

आज हम आपको घर पर ही खट्टे फलों से एक ऐसा बायोएंजाइम बनाने की विधि बताने जा रहे हैं, जो फलों के गिरने, फूलों के गिरने और फलों के कमजोर होने की समस्या को खत्म कर देगा। चलिए जानते हैं खट्टे फलों से लंबे समय तक चलने वाला बायोएंजाइम कैसे बनाएं?

खट्टे फलों से बायोएंजाइम बनाने की विधि (Method of making bioenzyme from citrus fruits)

खट्टे फलों से तैयार किया गया ये बायोएंजाइम डीएपी, एनपीके और पीजीआर से ज्यादा सस्ता और अच्छा होता है। आप इसको कम खर्च में घर पर आसानी से तैयार कर सकते हैं। आप बागवानी में कई महंगे टॉनिक्स का इस्तेमाल करते हैं, जिनमें खर्चा ज्यादा हो जाता है। लेकिन ये बायोएंजाइम आपके खर्चे को बचाएगा और पैदावार ज्यादा देगा।

बायोएंजाइम बनाने के लिए सामग्री

  1. पानी
  2. गुड़
  3. खट्टे फल

आप खट्टे फलों का इस्तेमाल ये बायोएंजाइम बनाने के लिए करें। किन्नू, माल्टा, नींबू, संतरा, मौसम्बी जब मार्केट में सस्ती हो जाएं, तब बायोएंजाइम बनाने के लिए खरीद लें। आप खराब और कटी फटे खट्टे फलों का इस्तेमाल कर सकते हैं। ध्यान रहें फल ज्यादा खराब या सड़े ना हो। अगर ऐसा हुआ तो बायोएंजाइम को ज्यादा दिनों तक स्टोर नहीं कर पाएंगे। 

ऐसे बनाएं खट्टे फलों से बायोएंजाइम (How to make bioenzyme from citrus fruits)

आपको गुड़, खट्टे फल और पानी ले लेने हैं। फल आपको जितना हो सके छोटे टुकड़ों में काटने हैं। आप कोई साफ कंटेनर लें। 1,3 10 का फार्मुला रखना है। उदाहरण के लिए दस लीटर पानी लेना है, इसमें एक किलो गुड़ और तीन किलो खट्टे फल डालने हैं। तीनों चीजों को डालकर आपको अच्छे से मिक्स कर लेना है। ध्यान रखें सारा प्रोसेस छाया में करना है।

आप अच्छे से इन चीजों को मिलाकर एयरटाइट कंटेनर में रख दें।  4- 5 दिन में एक बार हवा पास करने के लिए इसका ढ़क्कन लूज करें। धीरे-धीरे 10 दिन में इसकी हवा पास करवाएं, ताकि गैस निकल जाएं। तीन महीने में आपके पास बेस्ट फर्टिलाइजर + बायोएंजाम बनकर तैयार हो जाएगी। आप इसको तीन साल तक भी स्टोर करके रख सकते हैं। 

खट्टे फलों से तैयार बायोएंजाइम के फायदे (Benefits of bioenzymes prepared from citrus fruits)

  1. ये पौधों को पोषित करने का सस्ता, अच्छा और टिकाऊ तरीका है। 
  2. आप पीजीआर की जगह इसका यूज करें।
  3. इसका स्प्रे करने से सब्जी और फलदार पौधों में अच्छी पैदावार होती है। 
  4. फूल झड़ने की समस्या को ये दूर करता है। 
  5. ये बायोएंजाइम फ्रूट ड्रापिंग की समस्या नहीं होने देता है। 
  6. कई बार छोटे फल कमजोर होकर गिरते हैं, ये उनको बचाता है। 
  7. ये नेचुरल प्लांट ग्रोथ बुस्टर है, इसको डालने से फुटाव अच्छा होता है।

खट्टे फलों से तैयार बायोएंजाइम प्रयोग करने से पहले सावधानी (Caution before using bioenzyme prepared from citrus fruits)

  1. आपको तीन महीने के लिए छाया में एयरटाइट बंद करके इसको रखना है। 
  2. पांच से सात दिन में इसका ढक्कन खोलकर गैस निकालनी जरुरी है। 
  3. तीन महीने बाद इससे अच्छी और मीठी महक आएगी, तो समझना ये तैयार है। 
    आपको इसे छानकर साफ और सूखे बर्तन में स्टोर करना है। 
  4. तीन साल तक इसको आप स्टोर कर सकते हैं बस छाया में रखिए।
  5. सब्जी के पौधों में कम मात्रा में यूज करें और फलदार पौधों में थोड़ी ज्यादा मात्रा यूज करें। 
  6. एक चम्मच बायोएंजाइम में आप 5 लीटर पानी मिलाकर यूज करें।
  7. किसी भी हाउसप्लांट्स में फूल आने के समय आप ये दे सकते हैं। 

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