हुनर ही प्रफोशन बने तो खुशियां छप्पर फाड़ कर आती हैं। और ऐसा ही हुआ है रीमा सरदाना के साथ। रीमा सरदाना हिसार, हरियाणा की रहने वाली है। रीमा ने टीचिंग की जॉब को छोड़कर अचार का बिजनेस( pickle business) शुरू किया है। जिसमें वे बंपर कमाई कर रही हैं। इसके साथ ही अन्य महिलाओं को रोजगार देने का भी काम कर रही हैं।
रीमा 8 तरीके का अचार बनाती हैं। सबसे खास बात है कि वह अपने अचार में किसी भी तरह का कैमिकल नहीं मिलाती है। इनके कैमिकल फ्री अचार की डिमांड लोगों में बढ़ रही है। दरअसल कोरोना काल के बाद से लोग स्वास्थ्य के प्रति सजग हो गए हैं। ऐसे में लाेग कैमिकल फ्री खाने की तलाश में हैं। इस तलाश को रीमा सरदाना बखूबी पूरी करती हैं। रीम अब बड़े पैमाने पर अचार बनाती हैं तो इसके लिए उन्होंने दो हेल्पर भी रख रखे हैं।
आचार बनाने की पूरी प्रक्रिया रीमा अपनी सास संतोष के साथ मिलकर करती हैं। रीमा अचार ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्लेटफॉर्म के जरिए बेचती हैं। उन्होंने अपने घर में तैयार इस कैमिकल फ्री अचार को ‘रीमा पिकल्स’ का नाम दिया।आइए जानते हैं इनके स्टार्टअप की शुरुआत से लेकर अब तक की कहानी….
दोस्तों ने की थी अचार की तारीफ
रीमा ने बताया कि करीब 15 साल पहले शिक्षक के तौर पर कार्यरत थीं। वर्किंग होने के नाते हर रोज टिफिन में सब्जी ले जाना संभव नहीं था तो हमेशा लॉकर में अचार रखती थी। इस दौरान उनके दोस्त भी उनके साथ अचार खाते थे। दोस्तों को अचार पसंद आया तो उसके बारे में पूछा। जब उन्हें पता चला कि रीमा ने खुद यह अचार बनाया है तो लोग उनसे घर के लिए भी अचार बनवाने लगे। रीमा को भी उनके लिए अचार बनाने में आनंद आने लगा था। जिसके बाद उन्हें समझ आया कि उनकी असली खुशी अचार बनाने में जिसे वह अपनी कमाई का जरिया भी बना सकती हैं।
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नौकरी छोड़ लोगों को टेस्ट कराने लगी अचार
इसके बाद रीमा ने नौकरी छोड़ दी। अपनी सासू मां की मदद से अचार बनाने लगी। एक दिन में 20 से 25 किलो अचार बनाया। कार्यक्रमों में पहुंचकर अचार का स्वाद चखाने लगी। इस दौरान उन्हें काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा। हालांकि जिसने भी उनके अचार को खाया वो उनकी तारीफ करने लगा। जिसके बाद रीमा के अचार की डिमांड बढ़ी। शुरू में रीमा ने निशुल्क ही लोगों को अचार बांटा।
दिनभर में डाल देती हैं 40 किलो अचार
रीमा बिना किसी मदद के एक दिन में 40 से 50 किलो अचार बना देती हैं। सफलता मिलने पर रीमा ने दो महिलाओं को रोजगार भी दिया है। रीमा आठ तरह के अचार के साथ दो तरह की चटनी भी बनाती हैं। वह सर्दियों में आंवले की चटनी और गर्मियों में आम की चटनी बेचती है। हालांकि उच्च गुणवत्ता की सामग्री इस्तेमाल करने पर उनकी बचत कम हो पाती है। इसके बाद भी रीमा का कहना है कि चाहे बचत कम हो लेकिन वह लोगों को उच्च गुणवत्ता और कैमिकल फ्री ही अचार देंगी। जो स्वाद के साथ स्वास्थ्य लाभ भी देगा।
आचार का मूल्य
- आम का अचार राम केला- 250 रुपये प्रति किलो
- मोटी लाल मिर्च- 320 रुपये प्रति किलो
- लहसुन, अदरक और हरी मिर्च- 320 रुपये प्रति किलो
- मिक्स अचार – 250 रुपये प्रति किलो
- आंवले की चटनी- 320 रुपये प्रति किलो
- आम की मीठी चटनी- 320 रुपये प्रति किलो
- मीठा आम का अचार- 300 रुपये प्रति किलो
- गाजर गोभी का गुड़ वाला अचार- 280 रुपये प्रति किलो
- टींड अचार- 320 रुपये प्रति किलो