Liquid Fertilizer– गर्मी, सर्दी, बारिश मौसम के हिसाब से पौधों की केयर करनी बहुत जरुरी है। आपका गार्डन छत पर हो या बालकनी में या ग्राउंड पर केयर सबकी बराबर करनी होती है। बहुत से बागवान बारिश के मौसम में ऐसी स्थिति में आ जाते हैं कि उन्हें समझ नहीं आता कौन सी खाद पौधों को दें।
इस समय ज्यादा बारिश से खाद बहकर गमलों से बाहर भी आ जाती है। आज के इस लेख में हम मानसून में कौन-सी लिक्विड खाद पौधों पर अच्छा असर करेगी इसकी जानकारी देंगे। इस मौसम में चिटियां, मिलीबग्स, फगंस का खतरा भी रहता है। ये लिक्विड कंपोस्ट कीटनाशक का भी काम करेगी।
नीम के पत्तों से बनाएं कंपोस्ट (neem leaves compost)
बरसात के दिनों में पौधों को बैक्टीरिया मुक्त रखने के लिए नीम अच्छा विकल्प है। नीम नेचुरल एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुणों से भरपूर होता है। इसकी मदद से पौधों को आप हेल्दी रख सकते हैं।
नीम की पत्तियों से आप आसानी से खाद बना सकते हैं। पत्तियों को पानी से भरे कंटेनर में भिगोना है। हफ्ते बाद इसको छानकर पौधों में डालें। इसका स्प्रे आप पत्तियों पर करें और मिट्टी में भी डालें। ये काफी असरदार नुस्खा है।
सरसों की खली से लिक्विड खाद (Mustard cake liquid fertilizer)
लिक्विड फर्टिलाइजर पौधों में डालना आसान है। ये जल्दी पौधों के सभी भागों तक पहुंच जाती है। आप सरसों की खली से लिक्वि़ड खाद बनाएं। पौधों में ये जान डालने का काम करेगी। आधा किलो सरसों की खली लीजिए। इसको 1 लीटर पानी में भिगो दीजिए। सरसों की खली पूरी पानी में डूब जानी जरुरी है। हफ्ते बाद इसको मैश करके छान लें। इसमें और पानी एड कर पौधों मेंं स्प्रे कीजिए।
दालचीनी से बनाएं लिक्विड फर्टिलाइजर (Cinnamon Liquid Fertilizer)
दालचीनी में एंटीफंगल और एंटी बैक्टीरिल गुण होते हैं। पौधों को बीमारियों से बचाने का काम ये कंपोस्ट करेगी। पौधों को पोषण देने का ये सुरक्षित तरीका है। इसकी तीखी गंध कई कीटों को पौधों से दूर रखती है। आपको दालचीनी को अच्छे से उबाल लेना है। ठंडा होने के बाद पौधों में इसका यूज करें। सीमित मात्रा में इसका इस्तेमाल फायदा पहुंचाता है।
ये भी है जरुरी-
5 चीजों से बना अमृत पौधे में डालिए, माई का बाप नहीं रोक पाएगा फ्लावरिंग
Leaf curl disease- मिर्च में पत्ती मरोड़ रोग से बचाव, जानिए कैसे बरतनी है सावधानी