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माैसंबी(मौसमी) अपने खट्‌टे मीठे स्वाद के साथ ही गुणों से धनी है। यह छोटी सी मौसंबी विटामिन सी का अच्छा स्त्रोत होती है। इसका खास गुण है कि यह सांस की बदबू को भी खत्म करने का काम करती है।  मौसंबी में विटामिन सी, बी कम्प्लेक्स, कैल्शियम, मैग्नीशियम, बेटा-कैरोटीन, अल्फा-कैरोटीन, विटामिन ई, फाइबर और फोलिक एसिड जैसे विभिन्न पोषक तत्व होते हैं, जो सांस की बदबू को कम करने में मदद कर सकते हैं।

मौसंबी का उपयोग सांस की बदबू को रोकने के लिए सुझाव दिया जाता है, क्योंकि विटामिन सी और बी कम्प्लेक्स के संयोजन से मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को नष्ट किया जा सकता है जो सांस की बदबू को पैदा करते हैं।

इसके अलावा, अधिक पानी पीना भी सांस की बदबू से छुटकारा पाने में मदद कर सकता है, क्योंकि यह मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को धो देता है जो बदबू को उत्पन्न करते हैं।

मौसमी के अन्य फायदे

मौसमी फल में विटामिन सी, विटामिन ए, फोलेट, फाइबर, पोटैशियम और एंटीऑक्सिडेंट्स की अधिक मात्रा होती है जो हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक होती है। निम्नलिखित हैं कुछ मौसमी फलों के खाने के फायदे:

  1. मौसमी शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और थकान को कम करता है।
  2. मौसमी फल विटामिन सी का बहुत अच्छा स्रोत होते हैं जो हमारी इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं और रोगों से लड़ने में मदद करते हैं।
  3. मौसमी फलों में फाइबर की अधिक मात्रा होती है जो पाचन के लिए बहुत लाभदायक होती है।
  4. मौसमी फल में पोटैशियम की अधिक मात्रा होती है जो हार्ट हेल्थ के लिए बहुत लाभदायक होती है।
  5. मौसमी फलों में एंटीऑक्सिडेंट्स की अधिक मात्रा होती है जो फ्री रेडिकल्स से शरीर को बचाते हैं और कैंसर जैसी बीमारियों से बचाते हैं।
  6. मौसमी फल में फोलेट की अधिक मात्रा होती है जो गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत लाभदायक होती है।

मौसमी में पाए जाने वाले पोषक तत्व

  1. विटामिन सी: मौसमी  में विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है, जो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इसके अलावा विटामिन सी हमारी त्वचा को स्वस्थ रखने में भी मदद करता है।
  2. फाइबर: मौसमी में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसके अलावा फाइबर हमारे शरीर के लिए अन्य फायदों की भी मदद करता है, जैसे कि ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखना और कोलेस्ट्रॉल को कम करना।
  3. विटामिन ए: मौसमी में विटामिन ए की मात्रा भी अधिक होती है, जो हमारी आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
  4. पोटैशियम: मौसमी में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, जो हमारी मांसपेशियों को मजबूत रखने में मदद करता है।

मौसमी खाने का सही तरीका

  1. चुनाव: मौसमी फल को चुनने से पहले देखें कि वे फ्रेश और पके हुए हैं। खराब या स्पॉइल फल का सेवन न करें।
  2. धोना:  मौसमी फल को धोना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि किसी भी धूल, कीटाणु या जीवाणु का संक्रमण न हो।
  3. छीलना: मौसमी फल को छीलने से पहले अच्छी तरह से धो लें। इसके बाद फल को छीलें या काटें।
  4. खाने के समय: मौसमी फल को खाने से पहले धोए और सफाई रखें। फलों को सीधे खाने से पहले अच्छी तरह से काट लें।
  5. खाने के साथ: मौसमी फल को दूसरे खाद्य पदार्थों के साथ मिश्रित करके खाया जा सकता है या अकेले भी खाया जा सकता है। आप मौसमी फल को जूस, रैंडी, फ्रेश फ्रूट सलाद, स्मूथी आदि के रूप में भी खा सकते हैं।
  6. खाने के तरीके: मौसमी फल को अलग-अलग तरीकों से खाया जा सकता है, जैसे कि सीधा, रस, फ्रेश फल सलाद, चाट, आदि। आप अपने अनुसार खाने के तरीके चुन सकते है।
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