छत या बालकनी में गार्डनिंग को आसान करने में ग्रो बैग ने अच्छी मदद की है। बड़ी संख्या में ग्रो बैग का प्रयोग भी बढ़ा है। लेकिन कई ग्रो बैग काफी जल्दी खराब हो जाते हैं। ऐसे में लोगों के लिए अच्छे ग्रो बैग की पहचान करना मुश्किल होता है। वहीं ऑनलाइन खरीदारी करने वालों के लिए ये समस्या और भी बढ़ जाती है। क्योंकि ऑनलाइन ग्रो बैग लेते समय हम उन्हें छूकर नहीं देख सकते हैं। जिससे हमें उसकी क्वालिटी को पहचान पाना संभव नहीं होता है। ऐसे में हम आपको बताने वाले हैं कि ऑनलाइन या ऑफलाइन ग्रो बैग खरीदते समय आपको क्या ध्यान रखना है। आप कैसे अच्छे ग्रो बैग की पहचान कर सकते हैं।
जीएसएम(GSM) देखकर खरीदें ग्रो बैग
किसी भी चीज को खरीदने से पहले यह जानना जरूरी है कि वह किस मैटेरियल से बना है। इसी कड़ी में अच्छे ग्रो बैग में जीएसएम देखकर ही बैग खरीदें। कम जीएसएम (GSM) वाले ग्रो बैग कम मोटाई के हेाते हैं एवं जल्दी फट जाते हैं। वहीं ज्यादा (GSM) वाले ग्रो बैग की मोटाई काफी ज्यादा होती है। ये लंबे समय तक चलते हैं। ऑनलाइन व ऑफलाइन ग्रो बैग्स खरीदते समय GSM के बारे में पूरी तरह से जान लें।
क्या होता है जीएसएम (GSM)
किसी भी कपड़े की एक मीटर लंबाई व एक मीटर चौड़ाई का वजन ही जीएसएम (GSM) होता है। बता दें कि जीएसएम का फुल फॉर्म Gram Per Square Meter/GM-2 (ग्राम प्रति वर्ग मीटर )होता है।। मान लीजिए यदि ग्रो बैग के 1 मीटर लम्बाई और चौड़ाई वाले हिस्से का वजन 200 ग्राम है तो इसका जीएसएम 200 है। बता दें कि जिसी किसी ग्रो बैग का Gsm जितना कम होगा वह उतना ही हल्का और कम मोटाई का होता है। जो ग्रो बैग ज्यादा जीएसएम का होता है वह उतना ही मोटा होता है।
हाई जीएसएम का ही ग्रो बैग खरीदें
ग्रो बैग खरीदते समय ध्यान रखने वाली बात मुख्य रूप से जीएसएम है। जिसमें हमें 200 से ऊपर की जीएसएम का ही बैग खरीदना है। 350 जीएसएम के बैग काफी अच्छे आते हैं। ये सालों तक चलते हैं।
ग्रो बैग मैटेरियल
ग्राे बैग का मैटेरियल भी मायने रखता है। इसमें काफी पतला मैटेरियल भी होता है और काफी अच्छा भी होता है। मुख्य रूप से दो तरह का मैटेरियल होता है। इसमें LDPE Grow Bags और HDPE Grow Bags शामिल हैं।
- एलडीपीई ग्रो बैग्स (LDPE Grow Bags) – LDPE Grow Bags काफी पतली पॉलीथीन के बने होते हैं।
- एचडीपीई ग्रो बैग (HDPE Grow Bags) – High Density Polyethylene Grow Bags मोटी पाॅलीथीन के बने होते हैं। इनके अलावा फैब्रिक और जूट के बैग भी बाजार में उपलब्ध हैं। हालांकि ये काफी महंगे होते हैं।
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