Sabudana plant- गार्डन में तमाम प्रकार के मसाले, सब्जियां और फल उगा लिए जाए तो बात ही क्या है। इससे आपको ट्रिपल फायदा होता है। एक तो आपको सुकुन मिलता है, दूसरा आपके पैसे बचते हैं, तीसरा आपको आर्गनिक चीजें खाने को मिलती है।
साबुदाना जिसे टैपिओका भी कहा जाता है, गमले में उगाना काफी आसान है। आज के इस लेख में जानते हैं कि साबुदाना को उगाने का तरीका और केयर टिप्स। पहले आपको बता दें कि ये स्टार्च युक्त भोजन है। टैपिओका नामक पौधे की जड़ो से ये मिलता है। ये पौधा झाड़ीनूमा होता है।
साबुदाना उगाने के लिए आवश्यक सामग्री
- टैपिओका के पौधे या बीज।
- 10-12 इंच का गमला या चौड़ा चुनें।
- जलनिकासी वाली मिट्टी।
- पानी।
साबुदाना उगाने का तरीका (Method of growing sago)
साबुदाना उगाने के लिए मिट्टी
- मिट्टी का पीएच मान 6.0 से 7.0 होना जरुरी है।
- मिट्टी में जैविक पदार्थों की मात्रा होनी चाहिए।
- आप खाद या वर्मीकंपोस्ट मिट्टी में डालें।
- गमले में जलनिकासी के लिए छेद होना जरुरी है।
- यदि मिट्टी में जल निकासी धीमी है, तो जड़ें सड़ सकती हैं।
- सॉइल नरम होनी जरूरी है, क्योंकि टाइट मिट्टी में जड़े नहीं बढ़ पाएंगी।
साबुदाना के पौधे की केयर (How to take care of Sabudana plant)
- पौधे को 6 घंटे की तेज धूप चाहिए होती है।
- मिट्टी के सूखने पर इसको पानी दें।
- पौधे में जलभराव की स्थिति पैदा नहीं होने देनी है।
- पौधे को 18-29°C (65-85°F) के तापमान में रखें।
- एक-दो महीने में लिक्विड संतुलित उर्वरक इसको दें।
- मिट्टी में से खरपतवार हटाते रहें।
साबुदाना की कटाई (harvesting sago)
- एक साल के भीतर इसकी जड़े 1-2 इंच मोटी हो जाती है, तब आप कटाई करें।
- जड़ों को जमीन से सावधानीपूर्वक खोदें और मिट्टी को हटा दें।
- जड़ों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लेना है।
- काटने के बाद टुकड़ों को धूप में या ओवन में कुरकुरे होने तक सुखाएं।
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