बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को बहुत नुकसान पहुंचा है। पककर तैयार हुई सरसों की फसल और पकने के कगार पर आई हुई गेहूं की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। किसानों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। ऐसे में किसानों की उम्मीद सरकार से है। खराब हुई फसलों को लेकर हरियाणा सरकार ने अपना बयान दे दिया है।
“किसानों को दिया जाएगा उचित मुआवजा”
पिछले दो तीन दिन से लगातार हो रही बारिश से खराब हुई फसलों की भरपाई अब हरियाणा सरकार करने वाली है। प्रदेश के डिप्टी सीएम दुष्यत चौटाला ने इसको लेकर अपना बयान जारी किया है। डीप्टी सीएम ने डिप्टी कमिश्नर को आदेश दिया है कि जहां पर फसल ज्यादा खराब हुई वहां की रिपोर्ट भेजे। दुष्यत चौटाला ने डिप्टी कमिश्नर को गिरदावरी करवाने का आदेश जारी किया है।
डिप्टी सीएम का कहना है कि “मैं वादा करता हूं कि किसानों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। जिन जिलों में नुकसान हुआ है वहां की स्पेशल गिरदावरी करवाई जाएगी और नुकसान की भरपाई भी की जाएगी। किसानों को किसी प्रकार की हानि नहीं होने दी जाएगी”।
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ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर जाकर किसान खराब फसल की फोटो करें अपलोड
डिप्टी सीएम का कहना है कि जिन भी किसान भाईओं की फसल को ज्यादा नुकसान हुआ है वो ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर जाकर अपनी खराब हुई फसल की फोटो अपलोड कर सकते हैं। इससे किसानों को उचित मुआवजा दिलवाने में आसानी हो सके।
सीएम मनोहर लाल ने भी किसानों से की अपील
सीएम मनोहर लाल ने भी 72 घंटे की भीतर किसानों को ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर फसल की फोटो अपलोड करने के लिए कहा है। सीएम मनोहर लाल का कहना है कि” राज्य में हाल ही की बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से खराब हुई फसल की जल्दी ही विशेष गिरदावरी करवाई जाएगी। किसान जल्द से जल्द पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज करवाएं ताकि मुआवजे का भुगतान किया जा सके”। जींद, कैथल और चरखी दादरी के कई हिस्सों में भारी ओलावृष्टि दर्ज की गई है।
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