Mogra-भई मौसम बारिश का चल रहा है। बारिश के साथ मोगरा, गुड़हल और गुलाब जैसे पौधों को फूल देने का मौसम भी है। इस समय आपके पौधे काफी अच्छी फ्लावरिंग करते हैं। आप चाहते हैं कि आपका मोगरा प्लांट बंपर फ्लावरिंग करें, तो आपको कुछ चीजों का ध्यान देना होगा। आज के इस लेख में मोगरा प्लांट में नींबू और लोहे की कील से तैयार लिक्विड फर्टिलाइजर कैसे देना है इसके बारे में बताएंगे।
मोगरा प्लांट पर बंपर फ्लावरिंग के लिए फर्टिलाइजर (Fertilizer for bumper flowering on Mogra plant)
मोगरा का प्लांट इन दिनों में बहुत अच्छी ग्रोथ पकड़ता है और फ्लावरिंग करता है। आप प्लांट में सभी पोषक तत्वों को डाल रहे हैं, लेकिन फूल नहीं आ रहे हैं, तो इसके कई कारण हो सकते हैं। आपको ध्यान रखना है कि आप इस प्लांट में हमेशा आर्गेनिक फर्टिलाइजर ही डालें। कैमिकल युक्त फर्टिलाइजर पौधे को और मिट्टी को खराब कर देगी। पहले हम जानते हैं कि मोगरा पर फूल नहीं आने के क्या कारण हो सकते हैं?
मोगरा प्लांट पर फूल नहीं आने के कारण (Reasons for non-flowering of Mogra plant)
- प्लांट धूप में नहीं है, तो आप कितने भी पोषक तत्व दे दो फूल नहीं आएंगे।
- जरुरी है पौधे को 6-7 घंटे की धूप मिले।
- पानी और धूप का ख्याल रखने के बाद फ्लावरिंग नहीं हो रही है, तो आप आर्गेनिक खाद डालें।
- आप वर्मीकंपोस्ट, गोबर की खाद, सीवीड, लकड़ी की राख, नीम खली आदि डालें।
- मिट्टी की उपजाऊ शक्ति खत्म होने के कारण भी फ्लावरिंग पौधा बंद कर देता है।
- पौधे में आयरन और मैग्निशियम की कमी पौधे पर फूल नहीं आने देते।
- पत्ते पीले होने लगते हैं, तो पौधों को भोजन बनाने में परेशानी होती है।
मोगरा में नींबू और लोहे की कील का जादू (Magic of lemon and iron nail in Mogra)
आप बागवानी कर रहे हैं, तो आप तरह-तरह के प्रयोग पौधों पर करते होंगे। बागवानी करने वाले ज्यादातर लोग आर्गेनिक तरीके से पौैधों का ख्याल रखते हैं। आपका मोगरा प्लांट बिल्कुल हेल्दी नजर आ रहा है, लेकिन फूल नहीं आ रहे हैं, तो हो सकता है मिट्टी में कुछ कमी हो।
आप लोहे की कील ले लीजिए और इनको पानी में दो दिन तक भिगोकर रख दीजिए। आप लोहे की कोई भी वस्तु पानी में भिगो सकते हैं। इसके बाद आपको नींबू के छिलके लेने हैं और इन्हें भी दो दिन तक किसी बर्तन में पानी डालकर भिगोकर रख दीजिए। दो दिन बाद आपको एक लीटर पानी में 50 एमएल नींबू का लिक्विड और 50 एमएल लोहे से तैयार लिक्विड मिलाकर पौधे की जड़ में डाल देना है। आप चाहें तो इसका स्प्रे भी कर सकते हैं।
मोगरा प्लांट पर नींबू और लोहा कैसे काम करता है (How does lemon and iron work on Mogra plant?)
दरअसल मोगरा, गुड़हल, गुलाब जैसे पौधों को एसिडिक मिट्टी पसंद आती है।अगर मिट्टी क्षारीय ज्यादा है, तो ये पौधों तक पोषक तत्वों को नहीं पहुचंने देती। इसलिए मिट्टी को थोड़ा एसिडिक करना जरुरी है। इसके लिए नींबू बेस्ट ऑप्शन है। इसमें तमाम प्रकार के पोषक तत्व होते हैं।
नींबू पौधों में फगंस नहीं लगने देता है और इसमें अन्य गुण भी होते हैं, जो पौधों को स्वस्थ रखते हैं। इसी के साथ लोहा पौधों में आयरन की कमी को पूरा करेगा। ये पत्तों को पीला होने से रोकेगा। इसको डालने से आपके पौधों को भोजन बनाने में दिक्कत नहीं होगी। साथ ही प्रकाश संश्लेषण की क्रिया अच्छे से होगी। आप महीने में एक बार इस लिक्विड फर्टिलाइजर का प्रयोग पौधे में जरुर करें।
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