Bio enzymes: क्या आप बायो एंजाइम से परिचित हैं। अगर आप बागवानी करते हैं तो निश्चित ही बायोएंजाइम(Bio enzymes) के बारे में जानते होंगे। गार्डन के लिए वो टॉनिक है जो एक साथ जाने कितनी समस्याओं का निवारण करता है। यह गार्डन का जैविक उर्वरक और कीटनाशक है।
खास बात है कि इसे आसानी से घर पर कुछ ही समय में तैयार किया जा सकता है। काफी किफायती रहता है। वर्षों तक इसका उपयोग किया जा सकता है। आज इस लेख में हमें गार्डनिंग एक्सपर्ट सुरभि यादव बायो एंजाइम के फायदे व तैयार करने का तरीका बताएंगी। सुरभि यादव पिछले कई वर्षों से क्रिएटिव गार्डनिंग कर रही हैं। 50 डिग्री तापमान के बीच भी उनके पौधे हमेशा हरे भरे रहते हैं।
बायो एंजाइम के फायदे(Benefits of bio enzymes)
- यह एक प्राकृतिक और किफायती उर्वरक है।
- बायोएंजाइम से पौधों में वृद्धि और विकास में तेजी आती है।
- बायो एंजाइम हानिकारक कीटों को नियंत्रित करता है।
- यह पौधों को स्वस्थ और मजबूत बनाने में मदद करता है।
- यह घर पर आसानी से बनाया जा सकता है।
- इसमें मौजूद लाभकारी सूक्ष्मजीव पौधों की वृद्धि करता है।
- पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करता है।
बायो एंजाइम बनाने का तरीका(How to make bio enzymes)
गार्डनिंग एक्सपर्ट सुरभि यादव का कहना है कि बायो एंजाइम बनाना बेहद आसान है। बायोएंजाइम बनाने के लिए हमें 3 सरल सामग्रियों की आवश्यकता होती है। इसमें आपको जिस चीज का बायो एंजाइम बनाना है उसके फलों के छिलके, गुड़ और पानी लेना है। इसमें आपको पानी, फलों के छिलके और गुड़, 10:3:1 के अनुपात में लेने हैं। यानि पानी का 10 भाग, ताजे फलों के छिलकों के 3 भाग और गुड़ का 1 भाग मिलाएं।
निंबू का बायो एंजाइम बनाने के लिए ग्राम के अनुसार समझे
- एक लीटर पानी लें
- 300 ग्राम निंबू के छिलके या टुकड़े
- 10 ग्राम गुड़
NOTE: आप मिर्च, निंबू, संतरे के छिलके, अदरक, लहसुन, गिलोय, फलों के छिलके, सब्जियों के छिलके, गेंदा के फूल आदि का इसी अनुपात में बायो एंजाइम बना सकते हैं।
कितने समय में बायो एंजाइम हो जाता है तैयार
- एक बड़े बर्तन में पानी और गुड़ डालें।
- बर्तन को 24 घंटे के लिए गर्म स्थान पर रख दें।
- 24 घंटे बाद आप जिस चीज का बायोएंजाइम बना रहे हैं उस सामग्री को डालें।
- सामग्री को अच्छी तरह से मिलाएं।
- किसी प्लास्टिक की बोतल में भरें।
- ढक्कन को थोड़ा ढीला रखें, ताकि गैस निकल सके।
- मिश्रण को 45 से 60 दिनों के लिए गर्म और अंधेरे स्थान पर रखें।
- हर 3-4 दिन में, मिश्रण को अच्छी तरह से हिलाते रहें।
प्रयोग करने का तरीका( method of use)
- 1 लीटर पानी में 10 मिलीलीटर बायो एंजाइम को मिलाएं।
- इस घोल को पौधों की जड़ों या पौधे पर छिड़कें।
- इस घोल का उपयोग बीजों को भिगोने के लिए भी किया जा सकता है।
ध्यान रखने योग्य बातें
- बायो एंजाइम बनने में कम से कम दाे महीने लगते हैं। दो महीने बाद ही प्रयोग करना शुरू करें।
- बायो एंजाइम की बोतल पर बनाने की डेट जरूर लिखें।
- अधिक मात्रा में प्रयोग न करें।
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