Matka khad-फल और सब्जियों की ज्यादा पैदावार के लिए केमिकल बेस्ड खादों का प्रयोग ज्यादा हो रहा है। ये खाद पौधों पर तो नुकसान करती ही है,बल्कि आपकी सेहत भी इससे डगमगा जाती है। आप रासायनिक खादों का प्रयोग छोड़कर जैविक तरीके से गार्डनिंग और खेती करेंगे, तो अच्छा नतीजा मिलेगा। आज हम आपके लिए मटका खाद के बारे में जानकारी लेकर आए हैं। जानते हैं मटका खाद क्या है और इसका पौधों में क्या फायदा है। मटका खाद बनाने की विधि के बारे में इस लेख में विस्तार से जानिए।
क्या है मटका खाद
मटका खाद सौ प्रतिशत जैविक पदार्थों से तैयार खाद है, जो आपके पौधों के लिए बेस्ट है। बहुत कम बजट में और आसान तरीके से आप मटका खाद को तैयार कर सकते हैं। मटका खाद आपके पौधों के लिए प्रभावशाली खाद है। पौधों को हराभरा रखने के साथ ये फलों और सब्जियों की पैदावार बढ़िया देती है।
मटका खाद बनाने की विधि
- मटका खाद बनाने के लिए आपको गाय को गोबर चाहिए है।
- इसको बनाने के लिए देशी गाय का मूत्र यानि गोमूत्र की जरुरत है।
- आपको गुड़ चाहिए होता है।
- आप चाहें, तो बेसन इसमें एड कर सकते हैं।
मटका खाद कैसे बनाएं
मटका खाद बनाने के लिए आपको एक मटका चाहिए और इसमें जितना गोबर ले रहें, उतना ही गोमूत्र मिलाएं। इसमें थोड़ी-थोड़ी मात्रा में गुड़ और बेसन मिलाएं। मिश्रण को आपको पहले तो सीधी दिशा में डंडे से घुमाना है फिर कुछ देर के लिए उल्टी दिशा में इसको घुमाएं। आप चाहें तो इसमें नीम खली मिला सकते हैं।
इस मटके को आपकर कपड़े से मुंह बांधकर 15 से 20 दिन के लिए रख देना है। आप इस मटके पर गोबर और मिट्टी का लेप भी कर सकते हैं। इसको आपको छाया में रखना है। कुछ दिन बाद आप देखेंगे कि इससे मिट्टी जैसी गंध आने लगी है और ये हल्का भूरा हो गया है। आप इसका पानी मिलाकर पौधों में छिड़काव करें।
पौधों में मटका खाद का प्रयोग करने के तरीके
- पौधों में 15 दिनों में एक बार इसका प्रयोग करें।
- सीमित मात्रा में पानी मिलाकर ही इस खाद का प्रयोग करें।
- खाद डालने से पहले मिट्टी को नम करना जरुरी है।
- एक बार में तैयार खाद आपको एक हफ्ते में खत्म कर देनी है।
- गाय का गोबर और मूत्र सात दिन पुराना नहीं होना चाहिए।
- आप पौधा लगाते समय मिट्टी में भी इसको मिला सकते हैं।
- पौधों की जड़ो में इसका छिड़काव करें।
पौधों में मटका खाद डालने के फायदे
ये जैविक खाद है, जो मिट्टी की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाती है। इसको डालने से पौधे स्वस्थ रहते हैं और अच्छे से ग्रोथ करते हैं। ये खाद मिट्टी में लाभकारी सूक्ष्मजीवों की संख्या बढ़ाती है, जो पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करते हैं। मिट्टी की जलधारण शक्ति भी इससे बढ़ती है। मटका खाद मिट्टी को ढ़ीला करती है और मुलायम करती है। इससे जड़ों का विकास बेहतर होता है।
ये भी है जरुरी-
Portulaca Care- मॉस रोज पर अभी तक नहीं आए फूल तो करें ये काम
Cool plants- गर्मियों में घर को कूल रखने के लिए 6 इंडोर प्लांटस