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आज कल शहरों में छत और बाल्कनी पर गार्डन तो आपने बहुत देखे होंगे। साथ ही गार्डनर्स के जुगाड़ भी लोगों का दिल जीत रहे हैं। छत पर गार्डनिंग के मामले में शहरी लोगों ने किसानों को भी पीछे छोड़ दिया है। आज ऐसा ही गार्डन हम आपको दिखाने वाले हैं जिसमें गार्डनर के इशारे पर पौधे आगे-आगे चलते हैं। हर दिन अपनी जगह बदलते हैं। 
गुरुग्राम की चांदनी के छत पर बगीचा बनाया है। जिसे चलते-फिरते गार्डन के नाम से जाना जाता है। इस गार्डन की एक नहीं, कई खूबिंया हैं। छत पर बड़े-बड़े फलों के पौधे हैं। बिना मिट्‌टी के ही ये पौधे जीवित हैं। कभी इनमें खाद नहीं दी जाती। खास बात है कि ये चलते फिरते हैं। इस लेख में इसकी पूरा सच्चाई बताने वाले कि आखिर चांदनी जी के गार्डन में चमत्कार है, विज्ञान है या कबाड़ से जुगाड़। 

चलते फिरते गार्डन की है चार खासियत (Four specialties of a mobile garden)

  • एक जगह से दूसरी जगह चलते हैं पौधे
  • गार्डन में नहीं है मिट्‌टी
  • कभी नहीं डाली जाती खाद
  • सालों तक खराब नहीं होने वाले गमले
  • नहीं पड़ती पॉलिनेशन की जरूरत

कैसे चलते हैं पौधे

चलते फिरते गार्डन के नाम पर चांदनी ने बताया कि उन्होंने अपने गमलों के नीचे पहिए लगाएं हैं। जो बहुत मजबूत पहिए हैं। जिसकी मदद से वे आसानी से अपने गमलों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाती हैं। इसकी वजह से उनकी छत पर सीलन आदि की कोई समस्या नहीं है। सफाई अच्छी रहती है। 

गार्डन में नहीं है मिट्‌टी का प्रयोग (Soil is not used in the garden)

इस गार्डन की दूसरी खासियत है कि इन गमलों में मिट्‌टी का प्रयोग नहीं किया गया है। घर से निकले किचिन वेस्ट में ही सीधे पौधे उगाए गए हैं। इन गमलों में मामूली सी मिट्‌टी की लेयर बनाई गई है। अधिकतर गमले सॉइललेस हैं। इन्होंने अपने गमलों में सीधे किचिन वेस्ट को भरा है। जब वह खाद का रूप ले लेता है तो उसमें पौधा लगाती हैं।

कभी नहीं डालती खाद (never applies fertilizer)

इस गार्डन की खास बात है कि वह कोई भी रासायनिक खाद या पेस्टिसाइड का प्रयोग नहीं करती हैं। क्योंकि सभी पौधे सीधे खाद में लगे हुए हैं तो उन्हें कभी उर्वरक की जरूरत नहीं हुई है। अधिकतर पौधे फलों के हैं। सभी पर जबरदस्त फल आते हैं।

गमले हैं खास

इस गार्डन के गमले भी लोगों को आकर्षित करते हैं। दरअसल चांदनी ने अपने गार्डन में बड़े प्लास्टिक के कंटेनरों में पौधे लगाएं हैं। उनका कहना है कि उन्हें अपने गार्डन के लिए पुख्ता इंतजाम करने थे। इससे अच्छा कुछ नहीं हो सकता था। ये गमले कभी खराब नहीं होगे। पौधों को ग्रो होने व जड़ों को फैलने के लिए पर्याप्त जगह मिलती है।

वीडियो में देखें

 

 

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