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फूलों का गुण हैं खिलना, खिल कर महकना, सौंदर्य देना और अपने देखने वालों की आंखों और मन को शांति प्रदान करना। इस श्रेणी में सबसे उच्च स्थान पर है भीनीभीनी मनमोहक सुगंध, सुन्दरता, रंगों की विविध किस्मों का गुलाब।

शायद ही कोई हो जिसे गुलाब पसंद न हो। खूबसूरती के साथ ही गुलाब की खुशबू का मुकाबला कोई फूल नहीं कर सकता। इसी वजह से गुलाब को फूलों का राजा यानि पुष्प सम्राट कहा जाता है। गुलाब के पौधे को हर कोई अपने गार्डन में लगाना चाहता है। ये पौधा घर की खूबसूरती को बढ़ाने का काम करता है साथ ही घर को एक फ्रेश वातावरण भी देता है। इस पौधे को बहुत ही कम केयर की जरूरत होती है। इसे लगाने के लिए जरूरी नहीं है कि आपको बीज या पौधा खरीदना पड़े। आप आसानी से कटिंग व ग्राफ्टिंग के जरिए अपने गार्डन में गुलाब लगा सकते हैं। आज इस लेख में हम आपको गुलाब लगाने का सही समय, गुलाब को कटिंग से तैयार करने का तरीका, ग्राफ्टिंग करने का तरीका व गुलाब पर ज्यादा फूल लाने के टिप्स बताएंगे। पूरी जानकारी के लिए लेख को पूरा पढ़ें- 

गुलाब लगाने का समय

गुलाब लगाने के समय के संबंध में लोगों के अलग-अलग मत हैं। कई विशेषज्ञ इस संबध में अलग-अलग समय बताते हैं। हालांकि बागवानी विशेषज्ञों का मानना है कि साल भर में आप कभी भी गुलाब का पौधा लगा सकते हैं। बसंत और  बरसात के मौसम में गुलाब तेजी से बढ़ता है। वहीं पतझड़ के बाद और बसंत से पहले का समय गुलाब के पौधे लगाने के लिए ठीक माना गया है। जनवरी व फरवरी में इसकी कलम लगा दी जाए तो यह गर्मी भर आपको फूल देने के लिए तैयार हो जाएगा।  हालांकि ध्यान रखें कि वसंत ऋतु में गुलाब की कटिंग लगाने के लिए एक साल पुरानी शाखा से कटिंग लें।  दूसरी तरफ, यदि हमारा इरादा शरद ऋतु में कटिंग लगाने का है, तो उसी वर्ष की शाखा लेनी चाहिए। इस दौरान  परिपक्व शाखा लेनी चाहिए। 

उपयुक्त गुलाब की कलम का चुनाव

गुलाब का पौधा उगाने के लिए यह एक महत्वपूण बिंदू है। सबसे पहले उपयुक्त तना या शाखा का चयन करना जरूरी है। हमें ध्यान रखना चाहिए कि तने पूरी तरह से न तो नरम हो, न ही पूरी तरह से परिपक्य। यानि कलम अर्ध-परिपक्व होनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कितने की मोटाई लगभग छह से दस मिलीमीटर के बीच होनी चाहिए।

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शाखा की नोक को काटना

यह भी एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया हे। कलम की नोक को सही काटना जरूरी है। इस प्रक्रिया में कलम की नोक को 45डिग्री के कोण पर काटना चाहिए। काटी गई शाखा को सीधे मिट्‌टी में न लगाएं। शाखाओं को थोड़ी देर सूखने के लिए रख दें।  अधिक नमी की अवस्था में कीट आदि लगने का डर रहता है। इन कलमों पर रूटिंग हार्मोंन्स में रखा जा सकता है। इसके साथ ही विकास को तेज करने के लिए आप पानी में डालकर रख सकते हैं। कुछ ही दिनों में इसमें जड़ें दिखने लग जाएंगी। अब इसे मिट्‌टी में लगा सकते हैंं। 

मिट्‌टी तैयार करना

गुलाब का पौधा लगाने के लिए अच्छी तरह से मिट्टी तैयार करें। बेहतर जलनिकासी वाली मिट्‌टी तैयार करें। इसके लिए 50% कोको-पीट और 50% वर्मीकम्पोस्ट या गोबर खाद मिक्स करें। याद रखें कि पौधा लगाने के लिए मिट्टी को एक दिन पहले धूप में रख दें। फिर मिट्टी को गमले में भर दें। पॉटिंग मिक्स को गमले में भर जाने पर कलम को मिट्‌टी में लगा दें।

ध्यान रखने योग्य बातें

  1.  आधा इंच मोटी गुलाब की कलम लें। जो कम से कम 8 इंच लंबी हो।
  2. कलम ऐसी होनी चाहिए  जिसमें छोटे छोटे कल्ले निकले हों।  
  3. कलम को मिट्टी में लगाने से पहले रूटिंग हार्मोन लगाएं। 
  4. कलम को कुछ दिन पानी में डालकर रखा जा सकता है।  
  5.  मिट्टी में गोबर की खाद जरूर लें। 
  6. गमले में ड्रेनेज सिस्टम होना चाहिए। 
  7. मिट्‌टी जलनिकासी वाली होनी चाहिए। 
  8. गुलाब की कलम को मिट्टी में 3 इंच तक दबा देना चाहिए। 
  9. मिट्टी में कलम लगाने के बाद ज्यादा पानी न डालें।  पानी की मात्रा ज्यादा होने से इसकी जड़े सड़ने लगती हैं। 
  10. गमले को छाया वाली जगह पर ही रखें।

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