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गार्डनिंग के शौकीनों के लिए पौधे ही उसका जीवन होते हैं। पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए दिन भर मेहनत की जाती है। समय पर पानी दिया जाता है, निश्चित धूप दिखाई जाती है, नियमानुसार फर्टिलाइजर डाले जाते हैं। लेकिन इतनी सिद्दत से मेहनत करने के बाद भी कई बार प्लांट अच्छे ग्रोथ नहीं करते हैं। ऐसे में कई बार छोटी-छोटी ट्रिक काम आ सकती हैं। उन्हीं में से एक है माचिस की तिल्ली।
आपका सवाल होगा कि क्या माचिस की तिल्ली से पौधों की ग्रोथ अच्छी होती है। जी हां, माचिस की तिल्ली से सिर्फ पौधों की ग्रोथ ही नहीं बल्कि यह कीटनाशक और फर्टिलाइजर के तौर पर काम करती हैं। इस लेख में आपको गार्डन में माचिस की तिल्ली के फायदे व प्रयोग करने का तरीका बताएंगे।

कैसे गार्डन में उपयोगी है माचिस की तिल्ली

बता दें कि माचिस की तिल्ली में पोटेशियम क्लोरेट, फास्फोरस, सल्फर, मैग्नीशियम और फेरिक ऑक्साइड होता है। कई माचिस में लाल फास्फोरस भी होता है। माचिस की तीली में मौजूद फास्फोरस एक बेहतरीन रूट सिस्टम बनाने में मदद करता है। वहीं, सल्फर और मैग्नीशियम क्लोरोफिल पौधे में हरियाली व उत्पादन में मदद करते हैं। 

कीटनाशक के रुप में करें प्रयोग

पौधे की अच्छी देखभाल करने, सही समय से पानी और खाद देने के बाद भी कई बार कीड़ों के अटैक( pest attack) की वजह से पौधे खराब हो जाते हैं। पौधों पर किसी भी कैमिकल का उपयोग करने से बचना चाहिए। अगर आप कीड़ों से परेशान हैं तो माचिस की तिल्ली से कीड़ों को भगा सकते हैं।

  • इसके लिए सबसे पहले आपको 8 से 10 माचिस की तीलियां लें।
  • कंटेनर के किनारों से थोड़ी दूर मिट्टी में दबा दें।
  • माचिस की तिल्ली के मसाले वाले हिस्से को मिट्टी में दबाएं
  • उसके बाद आप पौधों की नाॅर्मल देखभाल करते रहें।
  • एक सप्ताह बाद माचिस की तीलियों को जांच करें।
  • अगर माचिस का मसाला मिट्‌टी में घुल गया है तो नई तीलियों को मिट्‌टी में फिर से दबा दें।
  • इस प्रक्रिया को तब तक दोहराएं होगा जब तक कि पौधे में मौजूद कीड़े खत्म न हो जाए। 

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प्लांट की ग्रोथ करे बूस्ट

माचिस के मसाले में पोटैशियम क्लोरेट, फास्फोरस, सल्फर, मैग्नीशियम और फेरिक ऑक्साइड होता है। इसके साथ ही इसमें लाल फास्फोरस की मात्रा भी पाई जाती है। माचिस की तीली में मौजूद फास्फोरस पौधे के लिए जरूरी पोष्टिक तत्व है। फास्फोरस रूट सिस्टम को स्थापित करने में सहायक है। इसके साथ ही सल्फर और मैग्नीशियम क्लोरोफिल से पौधे को जरूरी तत्व मिलते हैं। पौधों की मिट्टी में माचिस की तीलियों का इस्तेमाल करेंगे तो पौधों की ग्रोथ में तेजी आएगी और भी अधिक लाभ पौधों को प्राप्त होगा।

खाद की तरह करें प्रयोग

पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए उसमें फर्टिलाइजर अहम होते हैं। हम अच्छे फर्टिलाइजर बनाने के लिए कई प्रयास करते हैं। इसमें गोबर खाद, वर्मी कम्पोस्ट, वायोएंजाएम्स शामिल हैं। इसके साथ ही हम इस सूची में माचिस की तिल्ली का प्रयोग कर सकते हैं।  हर पॉट में 10-15 माचिस की तीली लगाएं। इससे जब भी आपपौधों को पानी देंगे, तो माचिस की तीली का उपरी हिस्सा मिट्टी में डिसॉल्व होता रहेगा। इससे फॉस्फोरस, मैग्नीशियम और सल्फर मिलेगा, जो पौधों को धीरे-धीरे और लगातार पोषण देने में मदद करता है।

ध्यान रखने योग्य बातें

  1. माचिस की तीली सिर्फ छोटे कंटेनर पौधों के लिए ही फायदेमंद है।
  2. बहुत बड़े पौधों में यह काम नहीं कर पाएंगी।
  3. माचिस की तीली का इस्तेमाल करें तो फर्टिलाइजर को पूरी तरह से स्किप नहीं कर सकते।

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