WhatsApp Group Join Now

लिपोमा एक सामान्य रोग है जिसे चर्बी से बनी गांठ कहते हैं। ये गांठें एक जगह इकट्ठी होकर उभर आती हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल और मोटापा लिपोमा के बड़े रिस्क फैक्टर्स है। जिन लोगों में यह समस्या होती है उनमें अन्य की तुलना में लिपोमा होने की आशंका बढ़ जाती है। आज के दौर में लिपोमा बेहद कॉमन है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि पूरी दुनिया में 1% लोगों को लिपोमा की कंडीशन है या हो सकती है।

जिन लोगों के परिवार में लिपोमा कॉमन है या किसी ना किसी को है, उनमें इसके होने के रिस्क फैक्टर और अधिक बढ़ जाते हैं। वैसे तो इसकी कोई उम्र नहीं होती लेकिन 40 साल से लेकर 60 साल की उम्र में लिपोमा होने की आशंका बढ़ जाते हैं। खास बात है कि इनसे शरीर को कोई नुकसान नहीं होता। सिर्फ एक फीसदी मामले ही इनके कैंसर कोशिकाओं में तब्दील होने के आते हैं। ये 40-50 वर्ष की आयु वालों में अधिक होती हैं। इनका आकार 1-3 सेमी. होता है। ये गांठें त्वचा पर उभरी हुई व कई बार पेट या किसी अन्य अंग के अंदर भी ये बनने लगती हैं। इन्हें छूने पर गुदगुदी का अहसास होता है व दबाने से इनमें जमा फैट इधर-उधर चला जाता है।

लिपोमा को निकालना बेहतर

जैसा कि हमने ऊपर भी बताया लिपोमा नुकसानदेह नहीं होते। इसीलिए अधिकतर लोग इन्हें सर्जरी द्वारा हटाने के बारे में नहीं सोचते। जब तक यह तकलीफदेह ना हो जाए लोग इनके प्रति कोई खास ध्यान नहीं देते। लेकिन अगर आपको इनमें यह समस्या नजर आने लगे तो लिपोमा को निकाल देना बेहतर होता है।

  • लापरवाही न बरतें
    शरीर के किसी भी अंग में गांठ उभरे तो डॉक्टरी सलाह जरूरी लें। कई बार गांठ के बने रहने से व्यक्ति तनाव में रहने लगता है जिससे स्थिति बिगड़ सकती है।
  • सिकाई न करें
    शरीर पर बनी कोई भी गांठ की सिकाई बिना डॉक्टरी सलाह के न करें। खासकर यदि गांठ लिपोमा की और उसके अंदर का फैट दबने पर इधर से उधर हो तो। इन गांठों को लेकर लोग सोचते हैं कि सिकाई से ये सिकुड़ कर कम हो जाएंगी। जबकि ऐसा नहीं है। सिकाई करने से भीतर की चर्बी जलती है व अंदर ही अंदर जानलेवा संक्रमण हो सकता है।
  • इसे भी पढे़ें- आपको नचाने और जेल भेजने की शक्ति रखती है एक ऊंगली

  • अब गंदे मोजे से उठ रही बदबू से नहीं झेलनी पड़ेगी शर्मिंदगी

लिपोमा के लिए घरेलू उपचार

  • हल्दी में कई औषधीय गुण होते हैं। इसमें मौजूद करक्यूमिन नामक केमिकल लिपोमा की समस्या से निपटने में मददगार साबित हो सकता है।
  • इसके लिए हल्दी का पेस्ट बनाकर लिपोमा पर लगा सकते हैं।
  • सेज नाम की जड़ी-बूटी के इस्तेमाल से भी लिपोमा से मुक्ति पाई जा सकती है।
  • सेज फैट कम करने के लिए जानी जाती है. लिपोमा पर सेज का अर्क लगाने से लिपोमा को घुलने में मदद मिलती है।
  • थूजा के अर्क को पानी में मिलाकर लिपोमा की गांठ पर लगाया जा सकता।
WhatsApp Group Join Now

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *