उठना है, जिम जाना है, खाना है, ऑफिस जाना है, बैंक के काम, घर के काम, बच्चों के काम और अतिरिक्त फलाना ढिमकाना काम, काम, काम, काम बस काम….। ये काम हैं कि दिनभर यानि 24 घंटे में पूरे ही नहीं होते हैं। कभी कभी लगता है कि भगवान ने दिन भर के लिए 24 घंटे ही क्यों तय किए। अगर 24 घंटों की जगह 28 घंटे होते तो….
सवाल विचार करने योग्य है कि अगर अतिरिक्त चार घंटे और मिलते तो क्या होता? आप सोच रहे हैं कि कुछ और अतिरिक्त काम कर लिए जाते। लेकिन आप गलतफहमी में हैं। ऐसा कुछ नहीं होता। इस लेख में हम बताएंगे आपको कि अगर 24 घंटे की जगह 28 घंटे होते तो क्या होता…
पुरुष अतिरिक्त समय मिलने पर क्या करते
- आप एक घंटा और एक्स्ट्रा सोते
- आप कमोड पर कम से कम 10 मिनट अतिरिक्त समय बैठकर रील्स देख रहे होते
- आप बिस्तर पर पड़े रहते, जल्दबाजी में तैयार होते और आखिरकार ऑफिस लेट पहुंचते
- लंच ब्रेक में ऑफिस टेबल पर ऊबासी लेते रहते
- वापस आने पर एक घंटा एक्स्ट्रा मोबाइल को टाइम देते
- स्लोमोशन में डाइनिंग टेबल पर पहुंचते
- डाइनिंग टेबल पर 15 मिनट एक्स्ट्रा फोन को देते
- अब खाना खाने के बाद स्लो मोशन में बैड पर पहुंचते
- फिर कहते हैं कि हे भगवान! कोई एक्स्ट्रा काम नहीं हो पाया, टाइम ही नहीं बचता…
महिलाएं अतिरिक्त समय मिलने पर ये करतीं
- एक घंटा देरी से उठती
- कमोड पर 5 मिनट अतिरिक्त बैठतीं
- स्लोमो में चाय बनाती
- रील्स देखते हुए 10 मिनट देरी तक चाय की चुस्कियां लेतीं
- स्लोमोशन में बच्चों को तैयार करतीं
- फिर भी दस बार होर्न बजाने के बाद 5 मिनट देरी से ही बच्चों को स्कूल भेजतीं
- बच्चों को स्कूल छोड़ने के बाद एक बार चाय की चुस्की फिर से लगातीं
- चाय की चुस्की में पति का टिफिन भी पैक करना भूल जाती
- पति के जाने के बाद सुबह की जल्दबाजी का रोना रोतीं
- अपनी मां को फोन मिलाकर अपनी व्यथा सुनाती, यानि एक घंटा तो गया…
- फिर भागमभाग में बच्चों को स्कूल से लातीं
- उन्हें खाना खिलाकर दो घंटे चैन की नींद लेतीं
- शाम होते ही छत से कपड़े उतारने जातीं और पड़ोसन से पूरा एक घंटा चुगली करती
- हाय राम! मैं तो लेट हो गई कहते हुए जल्दी से डिनर बनातीं
- डिनर करते ही बिस्तर पर थकान भरा चेहरा लेकर पहुंचती
- फिर कहतीं हे भगवान! कोई एक्स्ट्रा काम नहीं हो पाया, टाइम ही नहीं बचता…
तो मेरे प्यारे मित्रो अगर 24 घंटे की जगह 28 घंटे होते तो कुछ नहीं होता। वहीं होता जो हो रहा है।
Mughe party sharty karne ka aur time mil jaata.
Readable article…Good…