गर्मी का मौसम आ गया। इस मौसम में ठंडे पानी की तलब लगनी लाजमी है। फ्रिज का पानी सेहत को नुकसान पहुंचाता है। अपने शरीर का ध्यान रखते हुए ज्यादातर लोग घड़े का पानी पीना ही बेहतर समझते है। तो आप भी मिट्टी का घड़ा निकालकर अब पानी भरने वाले है तो पहले इन बातों का जरूर ध्यान रखे।
- बहुत दिनों बाद घड़ा निकालने पर उसमें मिट्टी जम जाती है इसलिए सबसे पहले अच्छे से घड़े को साफ करें।
- मिट्टी के घड़े को 2-3 घंटे तक पानी में भिगोगर रखें।
- घड़े को पानी का भरकर रखे ताकि मिट्टी अच्छे से पानी को सोख ले और पानी ठंडा रहे
- घड़े के बाहर की तरफ आप कुछ सुती कपड़ा भी लपेट सकती है।
मिट्टी के घड़े में पानी पीने के फायदे
मिट्टी के बर्तन में पानी पीने को अमृत के समान माना गया है। इसमें पानी ठंडा भी रहता है और नुकसानदायक भी नहीं होता। फ्रीज के आने के बाद ज्यादातर लोगों ने मिट्टी के घड़ों का त्याग कर दिया। गर्मी आते ही फ्रिज में बोतल भरकर रखनी शुरू कर देते हैं। घड़े के पानी को लोग आजकल बहुत कम पीते हैं। पहले सार्वजनिक जगहों पर पानी के घड़े भरकर रखे जाते थे, लेकिन अब उन घड़ों की जगह वाटर कूलर ने ले ली है। मिट्टी के घड़े में पानी पीने के कई फायदे है जो आपको सेहतमंद बना सकते हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत
मिट्टी के सारे गुण घड़े में आ जाते हैं। मटके का पानी पीने से हमारे शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है। मिट्टी में कई प्राकृतिक गुण पाए जाते हैं, जो पानी पीने से हमें प्राप्त हो जाते हैं। मटके का पानी हमें हेल्दी बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
थकान करता है दूर
मटके का पानी ठंडा होता है। ये हमें गर्मियों में कूल रखने में मदद करता है। जब भी हम बाहर से थके हारे आते है, तो मटके का पानी पीने के बाद रिलेक्स महसूस करते हैं। कुछ हद तक सिरदर्द से भी राहत मिलती है। मिट्टी के घड़े का पानी लू से बचाता है बीमार नहीं होने देता।
पानी का पीएच संतुलित
मिट्टी में क्षारीय गुण होते है। क्षारीय पानी की अम्लता के साथ मिलकर उचित पीएच प्रदान करता है।
एसिडिटी से राहत
मटके का पानी पीने से पेट दर्द से राहत मिलती है और ये पानी हमें एसिडिटी नहीं होने देता। इससे कब्ज से भी निजात मिलती है।
स्किन पर बना रहता है ग्लो
मिट्टी के घड़े में पानी पीने से त्वचा पर भी चमक आती है। मिट्टी में कई प्रकार के गुण विद्यमान होते है, जो पानी में मिल जाते है।
नहीं होगा गला खराब
कई बार ज्यादा ठंडा पानी पीने से हमारे गले में जकड़न सी हो जाती है। गला दुखने लगता है और खराब हो जाता है। मटके का पानी पीने से गले को राहत मिलती है। गला खराब होने का डर नहीं रहता। बहुत ज्यादा ठंडा पानी हमारे शरीर के सभी अंगों को प्रभावित करता है। मटके का पानी ज्यादा ठंडा नहीं होता है।
फ्रिज का पानी पीने से होने वाले नुकसान
जब से फ्रीज आए है लोगों ने मटके को छोड़ ही दिया है। बाहर से आते ही फ्रिज खोलकर पानी की बोतल उठाकर पी लेते है। ये कोई नहीं समझ रहा है कि ये एक मिनट में गर्मी से राहत देने वाला पानी धीमा जहर है। धीरे-धीरे करके हमारे पूरे शरीर को ये नुकसान पहुंचा रहा है।
प्लास्टिक में होते है विषैले तत्व
फ्रिज में हम प्लास्टिक की बोतलों में पानी रखते है। इन प्लासिटक की बोतलों में रखा पानी हम पी रहे है। प्लास्टिक के सारे विषैले तत्व पानी के माध्यम से हमारे शरीर में पहुंच रहे हैं। जो पूरे शरीर को धीरे-धीरे खोकला कर रहा देता है।
एनर्जी लेवल घटता है
ज्यादा ठंडा पानी पीने से हमारा एनर्जी लेवल कम हो जाता है। शरीर में मेटाबॉलिज्म कम काम करने लगता है, जिससे शरीर में ज्यादा काम करने की क्षमता नहीं रहती । ठंडा पानी शरीर का फैट रिलीज नहीं कर पाता। शरीर सुस्त हो जाता है।
कब्ज होने की समस्या
ज्यादा ठंडा पानी पीने से कब्ज होने की समस्या हो जाती है। कब्ज होने के बाद शरीर में अनेकों प्रकार की बीमारियां घर करने लगती है। दरअसल ठंडा पानी मल को कठोर बना देता है और इसे त्यागने में दिक्कतों को सामना करना पड़ता है। बवासीर की समस्या भी ज्यादातर कब्ज के कारण ही होती है।
हार्ट रेट को करता है कम
ठंडा पानी खाना पचाने में समस्या पैदा करने के साथ-साथ हार्ट रेट को कम करता है। गर्दन के पीछे बनी एक नस इससे प्रभावित होती है जिसकी वजह से हार्ट रेट धीमा हो जाता है।
गले और सिर में दर्द
ज्यादा ठंडा पानी से गले में इन्फेक्शन होने का खतरा पैदा होता है। इन्फेक्शन से म्यूकस प्रोड्यूस होने लगते हैं। ज्यादा ठंडा पानी से आवाज खराब होने के साथ-साथ कफ की समस्या हो जाती है। बहुत बार तेज धूप में से आकर अचानक ठंडा पानी पी लेते हैं ,तो सिरदर्द भी होने लगता है।
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