WhatsApp Group Join Now

Gardening tips- बागवानी प्रेमी चाहते हैं कि उनके गार्डन में लगा हर पौधा बुशी हो और ढेर सारी फ्लावरिंग करें। हर कोई चाहता है कि जो सब्जी उन्होंने उगाई है, वो अच्छी पैदावार दें। फलदार पौधों से भी लोगों की ये उम्मीद होती है कि अच्छे और टेस्टी फल मिले। आप भी कुछ ऐसा ही चाहते हैं, तो आपके लिए कमाल की लिक्विड फर्टिलाइजर लेकर हाजिर हैं। ये फर्टिलाइजर आप मोगरा, गुलाब, गुड़हल या किसी भी इंडोर आउटडोर प्लांट में डाल सकते हैं। 

लिक्विड खाद देने से पहले पौधों में करें ये काम (Do these things in plants before giving liquid fertilizer)

istockphoto-1482391414-612x612

  • पौधों की प्रूनिंग करना जरुरी है, हार्ड पत्तियों को हटा दें। 
  • इस समय आप गुलाब की हार्ड प्रूनिंग कर सकते हैं। 
  • गुलाब सितंबर महीने में खिलना शुरु होगा। 
  • मोगरा और गुड़हल से अतिरिक्त टहनियां हटा सकते हैं। 
  • पौधों में हल्की सी गुड़ाई करनी भी जरुरी है। 
  • पौधों की प्रूनिंग की है, तो इनपर फंगीसाइड का छिड़काव करें।
  • गुलाब की नोक पर आप हल्दी भी लगा सकते हैं।
  • गुड़ाई के बाद पत्ती खाद, गोबर खाद या वर्मीकंपोस्ट पौधों में डालें। 

लिक्विड फर्टिलाइजर तैयार करने की विधि (Method of preparing liquid fertilizer)

सामग्री (Material)

  • बेसन
  • गोबर के सूखे उपले
  • गुड़
  • सरसों की खली या सरसों के बीज
  • पानी

लिक्विड खाद बनाने के विधि (Method of making liquid fertilizer)

लिक्विड फर्टिलाइजर बनाने के लिए 5 लीटर पानी लेना है। पानी में दो सूखे उपले, 50 ग्राम बेसन,50  ग्राम गुड़ और 100 ग्राम सरसों की खली या सरसों के बीज पीसकर डालने हैं। इस मिश्रण को अच्छे से मिलाकर 20 दिन के लिए छाया में रख देना है। बीच-बीच में इस मिश्रण को हिलाते रहें। 

20 दिन बाद इसे छान लें और पौधों  में अप्लाई करें। 1 लीटर लिक्विड फर्टिलाइजर 5 लीटर पानी में घोलकर पौधों में डालनी है। आप पौधों की मिट्टी में इसे डालिए। ये किसी भी पौधे में डाली जा सकती है। महीने में एक बार इस फर्टिलाइजर का प्रयोग आपके पौधों को हेल्दी रखेगा। 

ये भी है जरुरी

– नर्सरी से पौधा लाने के बाद करें ये 7 काम, कभी नहीं मरेगा प्लांट

अब गार्डन बनेगा कमाई का जरिया, जानिए बगीचे से कमाई के 8 आसान तरीके

WhatsApp Group Join Now

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *