शास्त्रों में ब्रह्म मुहूर्त में नहाना सबसे श्रेष्ठ माना गया है। जो लोग सुबह जल्दी नहाते हैं वह तन और मन से एक्टिव तो रहते ही हैं, साथ ही साथ कई सारी बीमारियों से भी निजात मिलती है। कुछ महिलाओं का मानना है कि सुबह जल्दी नहाने से धन, वैभव और यश में भी वृद्धि होती है।
लोगों के लिए रोज नहाना एक आम बात है। यह कोई बड़ा काम नहीं है। पर क्या आप जानते हैं कि नहाने का भी तरीका होता है। कुछ लोगों को तो पता ही नहीं है शरीर पर पानी डालने की प्रक्रिया कैसी होनी चाहिए। पानी का टेंपरेचर कैसा होना चाहिए।
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नहाने से मिलते हैं कई फायदे
- नहाने से रक्तचाप में भी सुधार होता है।
- जिन लोगों को हृदय रोग की समस्या है उनके लिए हल्के गुनगुने पानी से नहाना फायदेमंद होता है।
- हल्के गुनगुने पानी से ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है और हृदय की प्रक्रिया में सुधार होता है।
- मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र में भी सुधार होता है जिससे शरीर में तनाव और चिंता का स्तर कम होता है।
- नहाने से दर्द और सूजन में भी कमी आती है।
- यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन, लेबर पेन, पीरियड क्रैप्स, पाइल्स और फिशर के दर्द में आराम मिलता है।
- नहाने से ना सिर्फ शरीर से डेड सेल्स, पसीना और बैक्टीरिया हटते बल्कि दिमाग और शरीर के बीच बैलेंस भी बना रहता है ।
नहाने से पहले करें ये तैयारी
सबसे पहले सरसों के तेल या तिल के तेल की मसाज करें। जो आपके शरीर के लिए काफी फायदेमंद होती है। तेल की मसाज मांसपेशियों को रिलैक्स कराती है। हालांकि नहाते समय जल्दी नहीं होनी चाहिए और ना ही देर तक नहाना ठीक होता है।
अगर स्वच्छता की बात की जाए तो दिन में दो बार नहाना ठीक रहता है। अगर आप चाहें तो नहाने के पानी में नीम की पत्तियां मिलाकर कुछ टाइम के लिए पानी को छोड़ दें, यह पानी त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करता है।
पैरों से करें नहाने की शुरुआत
आप अपने पैरों पर हल्का पानी डालकर नहाने की शुरूआत करें। ऐसा करने से आपको पानी के तापमान का अंदाजा लग जाएगा।
- फिर घुटनों, जांघों, फिर धीरे-धीरे पानी को पेट पर कंधों पर डालें।
- इसके बाद हाथों में पानी लेकर मुंह पर डालें।
- फिर सिर पर डालें उसके बाद आप अपने शरीर पर साबुन लगाएं।
- इसके बाद आप शावर के नीचे या सिर पर पानी डाल कर नहा सकते हैं ।
- इस प्रक्रिया में 3 से 4 मिनट लगते हैं। पर यह प्रक्रिया आपके जीवन की रक्षा करती है। और इस प्रक्रिया को अपनाने से आप स्वस्थ रहते हैं।
क्या है वैज्ञानिक कारण
इस 3 से 4 मिनट में शरीर की विद्युत शक्ति सही प्राकृतिक दिशा में ऊपर से नीचे की ओर बहती रहती है। क्योंकि विद्युत शक्ति को आकर्षित करने वाला पानी सबसे पहले पैरों पर, हाथ पर, चेहरे पर फिर सिर पर डाला गया, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। अगर आप बच्चे को भी इसी तरह नहलाते हैं तो इससे बच्चे बिल्कुल भी कांपते और डरते नहीं हैं।