महिलाओं में यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन होने आम समस्या है। यह कई वजहों के कारण होता है। इस इन्फेक्शन के बढ़ने से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। शाय सिंड्रोम भी महिलाओं में कॉमन है। आमतौर पर महिलाओं में यूरिन से रिलेटेड प्रॉब्लम पुरुषों की तुलना में ज्यादा होती है। ये पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करने से डरती हैं, खासकर तब जब दूसरे लोग इनके आसपास होते हैं। ब्लैडर में जमा होकर यूरिन यूरेथ्रा की मदद से शरीर से बाहर आता है।
पब्लिक टॉयलेट का यूज करने से बढ़ता है इंफेक्शन
महिलाओं को बहुत जल्दी-जल्दी घेर लेती हैं. इन्हीं में से एक है यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन । महिलाओं को यूरिन इंफेक्शन बहुत छोटे-छोटे कारणों से हो सकता है। जैसे, किसी पब्लिक टॉयलेट को कोई ऐसा व्यक्ति यूज करे, जिसे पहले से यूरिन इंफेक्शन हो तो उस टॉयलेट सीट को यूज करने पर महिलाओं को पुरुषों की तुलना में बहुत जल्दी इंफेक्शन लग जाता है। पुरुषों के शरीर में यूरेथ्रा प्रोस्टेट और प्राइवेट पार्ट से होकर गुजरती है। जबकि महिलाओं के शरीर में ब्लैडर से सीधे वजाइना में खुलती है।
जानिए .. यूटीआई के लक्षण-
1- यूरिन करते समय जलन होना और बार-बार यूरिन जाने की इच्छा होना और रात में ये बढ़ जाना। गर्मी लगना ।
2- यूरिन में खून आना, औसत से ज्यादा यूरिन आना, यूरिन का क्लाउडी होना
3- लोअर बेली और बैक में दर्द होना और पसलियों के नीचे, बुखार आना इसके मुख्य कारण है। इसलिए ऐसे लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
यह भी पढ़े- रेगुलर पीरियड्स होने के बावजूद भी महिला ने दिया बच्चे को जन्म !
यूरिन इंफेक्शन से बचने के उपाय
दिन में दो बार वजाइना की पानी से क्लिनिंग करें। यूरिन इंफेक्शन से बचने के लिए आप सबसे पहले हाइजीन का ध्यान रखें। पब्लिक टॉयलेट यूज करने से पहले एक बार खुद से फ्लश जरूर करें । कच्ची सब्जियां जैसे गाजर, नींबू, ककड़ी और पालक का जूस पिएं। ज्यादा से ज्यादा पानी पीने और यूरिनेट करने की आदत डालनी चाहिए। शराब और कैफीन यानी चाय-कॉफी पीने से बचें। ये यूरिनरी ब्लैडर में इन्फेक्शन पैदा कर सकते हैं। बादाम, ताजा नारियल, स्प्राउट्स, अलसी के बीज, बिना नमक का मक्खन, दूध, अंडा, मटर, आलू, लहसुन, सादा दही, भूरा चावल, फल और सब्जी खाएं।